जोधपुर हिंसा: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किया राजस्थान सरकार को तलब
राजस्थान। ईद पर राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय सक्रिय हो गया है. गृह मंत्रालय ने बुधवार को राजस्थान सरकार से जोधपुर (Jodhpur) में चल रहे सांप्रदायिक तनाव को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. जोधपुर में ईद पर हुए सांप्रदायिक तनाव (Communal Tension) के बाद प्रशासन ने मंगलवार को जिले के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया था. साथ ही अब तक हिंसा के आरोप में 97 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को भी जारी है. वहीं पुलिस ने दावा किया है कि शहर में हालात अब नियंत्रण में हैं. मंगलवार रात से स्थिति नियंत्रण में है और कोई नई अप्रिय घटना नहीं हुई. जोधपुर जिले में फिलहाल एहतियाती कारणों से मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं.
1000 पुलिसकर्मी तैनात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, जोधपुर के प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अभय कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह घुमरिया मंगलवार को जोधपुर गए थे. जोधपुर मुख्यमंत्री गहलोत का गृह नगर भी है, जहां हालात पर नजर रखने के लिए आला अधिकारियों के साथ लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. दोनों मंत्री और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी शहर में डेरा डाले हुए हैं.
आज रात 12 बजे तक कर्फ्यू के आदेश
सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए जोधपुर के दस थाना क्षेत्रों उदय मंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडा फलसा, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर व सरदारपुरा में बुधवार की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू के आदेश दिए गए हैं. इस विवाद की शुरुआत सोमवार को आधी रात के बाद हुई जब कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने शहर के एक चौराहे पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा लगाया था. हिंदू समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया जिसके बाद दोनों समुदायों में झड़प हो गई.