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JNU अब हॉस्पिटेलिटी में यूजी और पीजी डिग्री प्रोग्राम को देगा मान्यता

jantaserishta.com
24 Feb 2023 12:18 PM GMT
JNU अब हॉस्पिटेलिटी में यूजी और पीजी डिग्री प्रोग्राम को देगा मान्यता
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फाइल फोटो

नई दिल्ली (आईएएनएस)| जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय हॉस्पिटेलिटी में राष्ट्रीय होटल प्रबंध एवं केटरिंग टेक्नॉलॉजी परिषद (एनसीएचएमसीटी) के यूजी और पीजी डिग्री के प्रमुख कार्यक्रमों को जेएनयू द्वारा मान्यता देगा। इसके चलते 2023-24 शैक्षणिक वर्ष से जेएनयू द्वारा एनसीएचएमसीटी संचालित पाठ्यक्रमों के पास-आउट छात्रों को डिग्री दी जाएगी। एनसीएचएमसीटी केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय का एक निकाय है।
पर्यटन मंत्रालय के इस निकाय ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता किया है। पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी के मुताबिक एनसीएचएमसीटी एक ऐसा संस्थान है जो मान्यता प्राप्त करने के योग्य है। ये विशेष रूप से होटल प्रबंधन के इच्छुक लोगों के लिए एक उपहार सरीखा है। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान पर्यटन क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था, लेकिन अब ये क्षेत्र रफ्तार पकड़ रहा है। जी-20 की बैठकों ने भारतीय पर्यटन को पुनर्जीवित करने में मदद की है क्योंकि देश भर में लगभग 250 बैठकें आयोजित की जाएंगी जिनमें कई देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अतिथि देवो भव से प्रेरणा लेते हुए जी-20 में भाग लेने वाले सभी देशों पर भारतीय हॉस्पिटेलिटी की अच्छी छाप छोड़ी जा सकती है। उन्होंने एनसीएचएमसीटी और जेएनयू के छात्रों से आग्रह किया कि वे पर्यटन की ब्रांडिंग में शोध करें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने होटल प्रबंधन संस्थानों में पर्यटन क्लब खोलने का फैसला किया है और ऐसे लगभग 5000 क्लब शुरू किए जा चुके हैं।
पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि जेएनयू के पास शोध और अकादमिक संस्कृति का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है और इसे न केवल हमारे देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर लगातार रैंक किया जाता है और माना जाता है। आईआईएचएम के छात्र इस एमओयू से लाभान्वित होंगे, क्योंकि इससे समग्र शैक्षणिक इनपुट को अपग्रेड करने में मदद मिलेगी।
एनसीएचएमसीटी में शैक्षणिक कुल 93 संस्थान संबद्ध हैं। इन संस्थानों में बी.एससी. एचएचए और एम.एससी एचए में दाखिला लेने वाले छात्रों को इस एमओयू से लाभ होगा।
ये बी.एससी. एचएचए कार्यक्रम स्किल इनपुट, बिजनेस इनपुट और प्रबंधकीय इनपुट से समृद्ध है जिसकी जरूरत हॉस्पिटैलिटी और अन्य सेवा उद्योग में पड़ती है। इतनी कि इसमें पास आउट लोगों की इस उद्योग में सबसे ज्यादा मांग रहती है। वे जूनियर मैनेजमेंट, सुपरवाइजरी और ऑपरेशनल लेवल से रोजगार पाते हैं और समय के साथ हॉस्पिटैलिटी संगठनों में शीर्ष स्तरों तक पहुंचते हैं।
एनसीएचएमसीटी के शैक्षणिक अंब्रेला के तहत आने वाले आईएचएम संस्थानों को वर्ष 2021 के लिए भारत में शीर्ष पर और अमेरिका के 'सीईओ वल्र्ड' द्वारा सर्वश्रेष्ठ आतिथ्य और होटल प्रबंधन स्कूलों में दुनिया में 14वें स्थान पर रखा गया है।
2023-24 शैक्षणिक वर्ष से जेएनयू द्वारा एनसीएचएमसीटी के यूजी और पीजी डिग्री कार्यक्रमों की मिली मान्यता के कारण एनसीएचएमसीटी के शैक्षणिक छाते तले आईएचएम संस्थानों के छात्र जेएनयू से डिग्री प्राप्त करेंगे। इससे उन्हें न केवल देश में बेहतर रोजगार में अत्यधिक लाभ होगा बल्कि दुनिया भर में और विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च अध्ययन में नामांकन भी मिलेगा। साथ ही, विदेशी नागरिकों और अनिवासी भारतीयों के बेहतर नामांकनों से आईएचएम भी लाभान्वित होंगे। यहां से पढ़कर निकले लोगों के लिए नौकरियों की संभावनाएं बहुत बेहतर हो जाएंगी। उन्हें भारत और विदेश दोनों में बेहतर प्लेसमेंट मिलेंगे।
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