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JNU लाइब्रेरी तोड़फोड़ मामला: छात्रों पर मारपीट और कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप, FIR दर्ज

Kunti Dhruw
10 Jun 2021 4:51 PM GMT
JNU लाइब्रेरी तोड़फोड़ मामला:  छात्रों पर मारपीट और कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप, FIR दर्ज
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JNU लाइब्रेरी तोड़फोड़ मामले

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई तोड़फोड़ मामले में अब छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी. JNU का मुख्य प्रॉक्टर कार्यालय इसपर एक्शन लेगा. इस मामले में पुलिस में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई गई है. 8 जून को JNU स्थित भीम राव अंबेडकर लाइब्रेरी के गार्ड के साथ छात्रों की हाथापाई हुई थी. इसमें लाइब्रेरी के दरवाजे का कांच तोड़कर छात्र अंदर घुसे थे, ऐसा दावा किया गया है. कोरोना महामारी के कारण पुस्तकालय बंद है. कुछ छात्र चाहते थे कि पुस्तकालय खोला जाए ताकि वे पढ़ सकें.

विश्वविद्यालय ने आरोप लगाया कि ये छात्र बीते दो दिन से पुस्तकालय पर कब्जा किये हुए हैं. पुलिस ने कहा कि विश्वविद्यालय की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) इंगित प्रताप सिंह ने कहा, 'शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188, दिल्ली आपदा प्रबंधन अधिनियम व सार्वजनिक संपत्ति क्षति रोकथाम के तहत मामला दर्ज किया गया.'

तोड़फोड़ मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं
पुलिस ने कहा कि अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. छात्रों और पुस्तकालय प्रमुख के बीच इस संबंध में बैठक भी हुई है. विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा, 'इस घटना ने पुस्तकालय के कर्मचारियों और यहां तक कि छात्रावासों में रहने वाले अन्य छात्रों के लिए खतरा पैदा कर दिया है.'
8 जून को गार्ड से हाथापाई के बाद कुछ छात्र लाइब्रेरी के अंदर घुस गए थे. तब से छात्रों ने उस जगह को घेरा हुआ है. इस मामले में JNU परिसर की सुरक्षा देख रहे विभाग ने शिकायत दी थी. अब JNU की तरफ से एक्शन की बात कही गई है. लाइब्रेरी में मौजूद छात्रों को जल्द से जल्द उस जगह को खाली करने का निर्देश दिया गया है.
छात्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने का भी आरोप
JNU प्रशासन की तरफ से जारी पत्र में लिखा है कि लाइब्रेरी में मौजूद छात्र ना तो मास्क लगा रहे हैं, ना ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं. इसके साथ-साथ लाइब्रेरी स्टाफ को उस जगह को सैनिटाइज भी नहीं करने दिया जा रहा है. स्टाफ चाहता है कि चीजें सामान्य होने के बाद लाइब्रेरी को खोला जाना है, उसके लिए सैनिटाइजेशन जरूरी है. आगे छात्रों को जल्द से जल्द लाइब्रेरी को खाली करने को कहा गया है.
जारी पत्र में कहा गया है कि दिल्ली सरकार की तरफ से लगाया गया कोरोना कर्फ्यू अभी लागू है और ऐसा कोई नया दिशा-निर्देश नहीं है, जिसमें शैक्षिक गतिविधियों को फिर शुरू करने को लेकर कोई नई गाइडलाइंस आई हों.
विश्वविद्यालय के एक छात्र ने बताया, "पुस्तकालय काफी समय से नहीं खुला है, जिससे पीएचडी के छात्र आक्रोशित हो थे. उन्हें अपने प्रोजेक्ट जमा कराने हैं, छात्र अभी भी चिंतित हैं और उन्हें पुस्तकालय में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. छात्र पुस्तकालय में घुसे तो थे लेकिन कोई हिंसा नहीं हुई.'


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