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फाइल फोटो
रांची (आईएएनएस)| झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ विधायक लोबिन हेंब्रम ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर राज्य के आदिवासियों-मूलवासियों और युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन वह सरकार के प्रति अपना विरोध जताने के लिए बहंगी लेकर पहुंचे और विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया।
संथाल परगना की बोरियो सीट के विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि जल, जंगल, जमीन के नाम पर सत्ता में आई हेमंत सरकार में इन्हीं संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हो रहा है। खनिज से लेकर पत्थर तक की लूट मची है। उन्होंने बार-बार इसकी आवाज उठाई, लेकिन हेमंत सोरेन उनकी नहीं सुनते। जनता को यह सरकार भरमा रही है। स्थानीय और नियोजन नीति नहीं बनाई गई। युवाओं को झांसे में रखा जा रहा है। जनजातीय क्षेत्रों के हितों के संरक्षण के लिए पेसा कानून है, लेकिन इसका सरेआम उल्लंघन हो रहा है। 1932 के खतियान पर आधारित डोमिसाइल पॉलिसी के नाम पर हेमंत सरकार ने युवाओं को झुनझुना थमाने का काम किया है। कहीं कोई काम नहीं हो रहा है।
यह पूछे जाने पर कि आप पार्टी में अकेले हैं, जो इस तरह की बात कह रहे हैं? इस जवाब में लोबिन ने कहा कि हम तो अकेले चले हैं, हमारा कारवां बढ़ता जाएगा।
बता दें कि इसके पहले शराबबंदी, संथाल परगना के इलाकों में अवैध खनन, पारसनाथ पर्वत विवाद सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर भी लोबिन हेम्ब्रम सरकार के खिलाफ बयान देते रहे हैं।
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