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जेजेपी नेता ने पार्टी को कह अलविदा, प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह पर लगाए गम्भीर आरोप

Rani Sahu
20 Dec 2021 1:11 PM GMT
जेजेपी नेता ने पार्टी को कह अलविदा, प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह पर लगाए गम्भीर आरोप
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जननायक जनता पार्टी (Jannayak Janata Party) के प्रदेश प्रवक्ता के पद से हटाए जाने के बाद विकास मेहता (JJP leader vikas mehta) ने आखिरकार आज पार्टी को अलविदा कह दिया

फतेहाबाद: जननायक जनता पार्टी (Jannayak Janata Party) के प्रदेश प्रवक्ता के पद से हटाए जाने के बाद विकास मेहता (JJP leader vikas mehta) ने आखिरकार आज पार्टी को अलविदा कह दिया, और उन्होंने सिर्फ अलविदा ही नहीं कहा बल्कि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह और जिला अध्यक्ष सुरेंद्र लेगा पर जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष व जिला अध्यक्ष पर धरातल पर काम करने वाले युवाओं को पार्टी में साइडलाइन करने के भी आरोप जड़े.

विकास मेहता ने कहा कि जल्द ही वे इनेलो में शामिल होकर दोनों की पोल पट्टी खोल कर रख देंगे. वह ये सब जनता को बताएंगे कि कौन से अफसर को कितने पैसे में कहां लगाया गया, किस विभाग से उनको कितनी मंथली जाती है. उन्होंने कहा कि जो मामुपुर जाकर हाजिरी लगाता है, वह बच जाता है और जो नहीं जाता, वह उनकी तरह साइडलाइन कर दिया जाता है.

उन्होंने कहा कि वह पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे और आज आजाद होकर अच्छा फील कर रहे हैं. ताऊ देवीलाल के विचारों की एक ही पार्टी थी और वही रहेगी, जोकि इनेलो है. जजपा कभी उनके विचारों पर नहीं चली बल्कि इस पार्टी को शराब के ठेकेदार चला रहे थे. 2013 में वह इनेलो से जुड़े और समर्पित कार्यकर्ता रहे. 2018 के आसपास जब पार्टी में दो गुट बने तो निशान सिंह और बाकी नेता दुष्यंत चौटाला के साथ फोटो खिंचवाने से भी डरते थे, कहीं अभय चौटाला नाराज न हो जाएं, लेकिन उन्होंने और उनके कुछ युवा साथियों ने हर कदम दुष्यंत चोटाला का साथ दिया.

जजपा बनने पर धरातल से पार्टी के लिए काम किया, दो चुनाव इस दौरान हुए तो अपने पैसे से प्रचार भी किया. विकास का आरोप है कि जब अब पार्टी बन गई और सत्ता में आई तो मेहनत करने वाले उन जैसे युवाओं को प्रदेशाध्यक्ष और जिला अध्यक्ष ने साइडलाइन करने का काम शुरू कर दिया. इसी लिए जिले में कार्यालय तक नहीं खोला गया, क्योंकि कार्यालय होगा तो कार्यकर्ताओं का राज होगा, लेकिन वे अपनी दुकान से ही पार्टी चला रहे हैं ताकि हर किसी को अपने काम के लिए उनकी दुकान पर जाना पड़े. विकास मेहता ने पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. विरेंद्र सिवाच का उदाहरण देते हुए कहा कि डॉ. सिवाच साफ स्वच्छ छवि के और सुलझे नेता हैं, इसलिए उनको भी पार्टी हाइकमान के आगे खिलाफत करने पर साइडलाइन किया गया है.

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