एक केस स्टडी में पति ने अपना दर्द कुछ इस तरह से बयां किया। उसकी पत्नी ऑफिस के काम में बेहद होशियार थी लेकिन अचानक उसका वर्क परफॉरमेंस खराब होने लगा। यह बात फरवरी 2021 की है। पति ने भी यह महसूस करना शुरू कर दिया था कि नई बातें उसे याद नहीं रहती। धीरे-धीरे मेमोरी डिसॉर्डर और बढ़ने लगा। वह एक मिनट की बात तक भूलने लगी। दिन में 8 घंटे काम करने वाली इस युवती की नौकरी चली गई। जांच के बाद डाॅक्टर्स को पता चला कि मेमोरी लॉस की वजह इन्सेफलाइटिस है। कोचि स्थित अमृता हॉस्पिटल केद पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ. वैशाख आनंद के अनुसार, "इस बुखार का असर ब्रेन पर होता है। इससे मस्तिष्क की झिल्ली में सूजन आ जाती है। बुखार के साथ दौरे भी आते हैं। मरीज अजीब सी बातें करना शुरू कर देता है। उसे आसपास की चीजों और माहौल को लेकर भ्रम महसूस होने लगता है। उसे बोलने में भी दिक्कत आती है। इतना ही नहीं, इस बुखार में लोगों को पहचानने की शक्ति भी खत्म होने लगती है।
मस्तिष्क को अधिक नुकसान होने पर याददाश्त तक गुम हो जाती है। हालत गंभीर होने पर पेशेंट कोमा में चला जाता है। आमतौर पर वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन की वजह से इन्सेफेलाइटिस होता है। बच्चों में इस तरह का बुखार आने पर बच्चे लगातार रोते हैं। अपने शरीर को कड़ा कर लेते हैं। खाने से जी चुराते हैं। उनके सिर के मध्य स्थित मुलायम भाग पर हल्का उभार जैसा बन जाता है। पेशेंट की स्थिति गंभीर होने पर हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ता है। भारत में इन्सेफेलाइटिस को जापानी बुखार के नाम से भी जानते हैं। भारत में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया जिलों में इस बीमारी का काफी प्रकोप रहता है। यह बुखार मच्छरों के काटने से फैलता है इसलिए मच्छरों से बचाव जरूरी है। इससे बचने के लिए टीके भी लगाए जाते हैं।