भारत
ये तय है कि मैं चुनाव लड़ूंगा, राजस्थान CM अशोक गहलोत का बड़ा बयान
jantaserishta.com
23 Sep 2022 5:01 AM GMT
x
न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
देखें वीडियो।
नई दिल्ली: कांग्रेस में 1998 के बाद पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर चुनाव हो रहा है और ढाई दशकों के बाद पहली बार गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता इस पद पर आ सकता है। हाईकमान के इस फैसले को लेकर बड़ी आशंकाएं भी हैं तो वहीं कुछ लोगों को लगता है कि इससे कांग्रेस को फायदा भी हो सकता है। परसेप्शन से लेकर सामाजिक समीकरण तक में कांग्रेस को इससे लाभ हो सकता है और इसके चलते वह चुनावी राजनीति में भी बढ़त बना सकती है।
अशोक गहलोत या फिर किसी अन्य नेता के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से कांग्रेस के ऊपर से फैमिली टैग हट जाएगा। लंबे समय बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी के हाथ से पार्टी की कमान किसी और नेता को मिलेगी। इससे पार्टी इस आरोप से बच सकेगी कि कांग्रेस में अध्यक्ष का पद एक ही परिवार के लिए रिजर्व रहता है। दरअसल कांग्रेस के इतिहास में 48 सालों तक अध्यक्ष का पद नेहरू-गांधी परिवार के पास ही रहा है। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह अहम हो सकता है। एक तरफ गांधी परिवार पीछे से पूरी पार्टी को मैनेज करेगा ही, लेकिन नए नेता के चुनाव से धारणा बदलने में भी मदद मिलेगी।
तारीख तो मैं अभी जाकर पक्की करूंगा। ये तय है कि मैं चुनाव लड़ूंगा (कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए)। जो हालात देश के हैं उसके लिए प्रतिपक्ष का मज़बूत होना बहुत जरूरी है और उसके लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे: राजस्थान CM अशोक गहलोत
#WATCH | Kerala: "I have requested him (Congress MP Rahul Gandhi) multiple times to accept everyone's proposal of becoming the Congress President. He made it clear that no one from the Gandhi family should become the next chief," said Rajasthan CM Ashok Gehlot pic.twitter.com/yEodA4l7fW
— ANI (@ANI) September 23, 2022
तारीख तो मैं अभी जाकर पक्की करूंगा। ये तय है कि मैं चुनाव लड़ूंगा (कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए)। जो हालात देश के हैं उसके लिए प्रतिपक्ष का मज़बूत होना बहुत जरूरी है और उसके लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे: राजस्थान CM अशोक गहलोत pic.twitter.com/PTmXl5ux5j
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2022
jantaserishta.com
Next Story