ISRO चीफ ने की मौसम उपग्रह INSAT-3DS के लांचिंग से पहले श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना
आंध्र प्रदेश। ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने श्रीहरिकोटा से मौसम संबंधी उपग्रह INSAT-3DS के प्रक्षेपण से पहले श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। जियोसिंक्रोनस सेटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) एक तीन चरण वाला 51.7 मीटर लंबा प्रक्षेपण यान है, जिसका वजन 420 टन है। पहले चरण (जीएस1) में एक ठोस प्रोपेलेंट (एस139) मोटर शामिल है, जिसमें 139-टन प्रोपेलेंट और चार पृथ्वी-स्थिर प्रोपेलेंट चरण (एल40) स्ट्रैपॉन हैं।
इनमें से प्रत्येक में 40 टन तरल प्रोपेलेंट होता है। दूसरा चरण (जीएस2) भी 40-टन प्रोपेलेंट से भरा हुआ है, जो एक पृथ्वी-भंडारणीय प्रणोदक चरण है। तीसरा चरण (GS3) एक क्रायोजेनिक चरण है, जिसमें तरल ऑक्सीजन (LOX) और तरल हाइड्रोजन (LH2) की 15 टन प्रोपेलेंट लोडिंग होती है।
इसरो के मुताबिक, GSLV रॉकेट से यह 16वां मिशन है। इससे पहले 15 मिशनों को अंजाम दिया जा चुका है, जिनमें से सिर्फ चार मिशन ही फेल हुए हैं। GSLV रॉकेट की सफलता दर को देखते हुए ही इसे नॉटी बॉय नाम मिला है।
#WATCH तिरुपति, आंध्र प्रदेश: ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने श्रीहरिकोटा से मौसम संबंधी उपग्रह INSAT-3DS के प्रक्षेपण से पहले श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की। pic.twitter.com/GKG4kMN5O3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2024