इजरायली सेना ने जानबूझकर यूएन निगरानी टावर को बुलडोजर से किया ध्वस्त : संयुक्त राष्ट्र
लेबनान। लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के अन्तरिम बल मिशन (यूएनआईएफआईएल) ने रविवार को कहा कि इसराइली सेना ने जानबूझकर मरवाहीन में एक यूएन निगरानी टॉवर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।यूएनआईएफआईएल ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र की चौकी की गरिमा का हनन करना और यूएन सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाना, अंतरराष्ट्रीय कानून और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 का खुला उल्लंघन है।”
यूएनआईएफआईएल ने इसराइली फोर्सेज और तमाम अन्य पक्षों को, संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों और सम्पत्ति की रक्षा सुनिश्चित करने की उनकी जिम्मेदारियों की याद दिलाई।
संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि आईडीएफ ने बार-बार मांग की है कि यूएनआईएफआईएल ब्लू लाइन पर अपने ठिकानों को खाली कर दे। उसने जानबूझकर संयुक्त राष्ट्र के चौकियों को नुकसान पहुंचाया है। यूएनआईएफआईएल ने जोर देकर कहा कि चुनौतियों के बावजूद शांति सैनिक अपनी लोकेशन पर बने हुए हैं और अपने निर्धारित कार्य जारी रखेंगे। उसने कहा, “हमें जो शासनादेश व ज़िम्मेदारी सौंपी गई है हम उसके लिए निगरानी करना और रिपोर्ट सोंपने का अपना काम जारी रखेंगे।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने इन दिनों लेबनान में यूएनआईएफआईएल के ठिकानों पर कई बार हमला किया, जिससे संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों को चोटें आई हैं। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब इजरायली सेना 23 सितंबर से हिजबुल्लाह के साथ खतरनाक तनाव के चलते लेबनान पर हवाई हमले कर रही है। उसने सीमा पार एक 'सीमित' जमीनी अभियान भी चलाया है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह की क्षमताओं को कम करना है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल-हिजबुल्लाह संघर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक लेबनान पर इजरायली एयर स्ट्राइक में मरने वालों की संख्या 2,464 तक पहुंच गई, जबकि 11,530 लोग घायल हुए हैं। मंत्रालय ने रविवार को बताया कि अकेले शनिवार को इजरायली हमलों में 16 लोग मारे गए और 59 अन्य घायल हो गए। 8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है।