बेंगलुरु। कर्नाटक में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'कुछ व्यक्तियों' पर उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सेवा से इस्तीफा दे दिया है। पुलिस के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, वन प्रकोष्ठ में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पी रविन्द्रनाथ ने पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद के माध्यम से मुख्य सचिव टी एम विजय भास्कर को 28 अक्टूबर को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
सूत्रों ने बताया कि हाल में स्थानांतरण और तैनाती सूची आदेश में दो शीर्ष आईपीएस अधिकारियों अमर कुमार पांडे और टी सुनील कुमार को पुलिस महानिदेशक की रैंक पर पदोन्नत किया गया था। हालांकि रविन्द्रनाथ का नाम इसमें शामिल नहीं था। अपने इस्तीफे पत्र में रविन्द्रनाथ ने कहा कि उन्होंने कर्नाटक के लोगों की पूरी निष्ठा से सेवा की लेकिन पिछले चार वर्षों में उन्हें ''कुछ व्यक्तियों द्वारा पेश की जा रही समस्याओं'' का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण और उच्च न्यायालय का रूख किया और राहत प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी 15 अक्टूबर को उनके सेवा मामले के संबंध में उन्हें न्याय दिया। रविन्द्रनाथ ने कहा, ''लेकिन कुछ लोगों ने मेरे लिए न्याय को रोका। इसलिए, अप्रत्यक्ष उत्पीड़न की पीड़ा से गुजरते हुए, मैं शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए अपना इस्तीफा सौंपता हूं।'' उन्होंने मुख्य सचिव से उनका इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया। आंध्र प्रदेश से 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी छह साल पहले उस समय विवादों में आ गये थे जब उन पर बेंगलुरु के एक कैफे में एक महिला की तस्वीरें कथित तौर पर खींचने का आरोप लगा था।