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1 दिन में 100 CCTV फुटेज की जांच, 150 से पूछताछ, और 24 घंटे में ही किडनैपर्स मासूम को घर के बाहर छोड़कर फरार, पुलिस को ऐसे मिली सफलता

jantaserishta.com
12 April 2021 3:35 AM GMT
1 दिन में 100 CCTV फुटेज की जांच, 150 से पूछताछ, और 24 घंटे में ही किडनैपर्स मासूम को घर के बाहर छोड़कर फरार, पुलिस को ऐसे मिली सफलता
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सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को एक संदिग्ध कार दिखाई दी.

दिल्ली पुलिस ने मात्र 24 घंटे में ही इतनी घेराबंदी कर दी कि किडनैपर्स खुद 11 साल की मासूम को उसके घर के बाहर छोड़कर चले गए. बाद में बच्ची के बयान पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया. मामला दिल्ली के बवाना का है. यहां के मुंगेशपुर गांव से 10 अप्रैल को 11 साल बच्ची अगवा हो गई थी. बच्ची के पिता ने बताया था कि वो घर के बाहर से खेलते-खेलते गायब हो गई थी. पुलिस ने किडनैपिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

बच्ची को जल्द से जल्द किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ाने के लिए पुलिस ने मौका-ए-वारदात के आसपास से करीब 100 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की. 150 से ज्यादा लोगों से पूछताछ भी की. सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को एक संदिग्ध कार दिखाई दी. कार का पता लगाया गया. कार मालिक ने बताया कि उसने वो कार अपने भतीजे सुमित को बेच दी है. उससे पूछताछ में पता चला कि सुमित गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए कार ले गया है.
पुलिस जांच कर ही रही थी, तभी किडनैपर्स ने बच्ची के पिता को फोन कर 6 लाख रुपए की फिरौती मांगी. इसके बाद पुलिस ने सुमित के घर के आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली, जिसमें पता चला कि उसने अपने दोस्त की कार का नंबर प्लेट बदलकर किडनैपिंग की वारदात को अंजाम दिया. जब पुलिस का दबाव बढ़ा, तो आरोपी 11 अप्रैल की सुबह बच्ची को उसके घर छोड़कर फरार हो गए.
बच्ची से जब पुलिस ने पूछताछ की तो 11 साल की मासूम ने बताया कि 11 अप्रैल को करीब 2 बजे सुमित और उसके दोस्तों ने उसको अगवा किया था. आरोपियों के ठिकाने की जानकारी मिलते ही जब पुलिस वहां पहुंची, तो आरोपी वहां से भागने की कोशिश करने लगे. तभी पुलिस ने उनकी कार का पीछा किया. इस दौरान एक सब-इंस्पेक्टर ने आरोपियों की कार का शीशा तोड़ दिया और तीनों आरोपी पकड़े गए.
पूछताछ में सुमित ने पुलिस को बताया कि वो फाइनेंस का काम करता था, जिसमें काफी घाटा हुआ था. उस पर काफी कर्ज भी हो गया था. इसलिए उसने बच्ची की किडनैपिंग की साजिश रची. वहीं एक दूसरे आरोपी संदीप ने बताया कि लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई थी.

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