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International Tiger Day: भारत के 51 बाघ रिजर्व में से 14 को बाघों के प्रभावी संरक्षण के लिए, CATS की मान्यता

Shiddhant Shriwas
29 July 2021 2:15 PM GMT
International Tiger Day: भारत के 51 बाघ रिजर्व में से 14 को बाघों के प्रभावी संरक्षण के लिए, CATS की मान्यता
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भारत के 18 राज्यों में 51 टाइगर रिजर्व सेंटर है. वहीं साल 2018 की अंतिम बाघ गणना में बाघों की आबादी में वृद्धि देखी गई थी. साल 2010 में, भारत में 1,706 बाघ थे. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार, 2018 तक वे दोगुने से अधिक 2,967 हो गए है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत के 51 बाघ रिजर्व में से 14 को बाघों के प्रभावी संरक्षण के लिए मानकों के एक सेट को पूरा करने के लिए संरक्षण सुनिश्चित बाघ मानक ( Conservation Assured Tiger Standards) मान्यता प्राप्त है. दरअसल सीए-टीएस या संरक्षण आश्वासित-बाघ मानक, वैश्विक रूप से स्वीकृत व्यवस्था है, जो बाघों के प्रबंधन के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यवहार एवं मानदंड स्थापित करता है और मानक प्रगति के लिए आकलन को प्रोत्साहित करता है.

CATS एक विश्व स्तर पर स्वीकृत कंजरवेशन टूल है जो बाघों के प्रबंधन के लिए हाई प्रैक्टिसेज और मानकों को निर्धारित करता है. इसके अलावा बाघों में परिक्षण के दौरान सिखाए गए प्रगति का आकलन करता है.
मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत में 14 रिजर्व को और पड़ोसी देश नेपाल, भूटान और रूस में एक-एक रिजर्व को CATS की मान्यता दी गई है. भारत के इन 14 रिजर्व में भंडार मानस, काजीरंगा, और ओरंग (असम), सुंदरवन (पश्चिम बंगाल), वाल्मीकि (बिहार), दुधवा (उत्तर प्रदेश), पन्ना, कान्हा, सतपुड़ा, पेंच (मध्य प्रदेश), अनामलाई और मुदुमलाई (तमिलनाडु); परम्बिकुलम (केरल) और बांदीपुर (कर्नाटक) शामिल है.
मान्यता देने से पहले इन पहलुओं का रखा जाता है ध्यान
मालूम हो कि ग्लोबल टाइगर फोरम (GTF) और बाघ संरक्षण पर काम करने वाला एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन, और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड इंडिया, भारत में CATS के दो इमप्लिमेंट पार्टनर हैं. वहीं मान्यता देने के लिए रिजर्व का महत्व और स्थिति, प्रबंधन, सामुदायिक भागीदारी, पर्यटन, संरक्षण, आवास प्रबंधन और बाघ आबादी जैसी पहलुओं पर निगरानी रखी जाती है.
वहीं 14 रिजर्व को मान्यता मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, " हमारी कोशिश होनी चाहिए कि 51 बाघ रिजर्व को यह दर्जा मिले". उन्होंने कहा कि बाघ संरक्षण में केवल बाघ ही नहीं, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को बचाना शामिल है. बाघ एक प्रतीक है. वहीं उन्होंने कहा कि मान्यता प्राप्त अन्य देशों साथ हमें नए सिरे से बातचीत करनी चाहिए. अंत में, सार्वजनिक भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है और वन विभागों को स्थानीय संरक्षण प्रथाओं को पहचानना चाहिए. "
भारत के 18 राज्यों में 51 टाइगर रिजर्व सेंटर
मालूम हो कि भारत के 18 राज्यों में 51 टाइगर रिजर्व सेंटर है. वहीं साल 2018 की अंतिम बाघ गणना में बाघों की आबादी में वृद्धि देखी गई थी. भारत ने बाघ संरक्षण पर सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा के समय से 4 साल पहले बाघों की आबादी को दोगुना करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है. साल 2010 में, भारत में 1,706 बाघ थे. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार, 2018 तक वे दोगुने से अधिक 2,967 हो गए है.

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