भारत

इंस्पेक्टर बना IAS अफसर: कहा- मैंने कभी हार नहीं मानी...जानिए उनकी सफलता की पूरी कहानी

Admin2
5 Jan 2021 2:43 PM GMT
इंस्पेक्टर बना IAS अफसर: कहा- मैंने कभी हार नहीं मानी...जानिए उनकी सफलता की पूरी कहानी
x
पढ़े पूरी खबर

नई दिल्ली/जम्मू : एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग जम्मू मेंं बतौर इंस्पेक्टर नियुक्त आदित्य सनगोत्रा आइएएस अफसर बन गए हैं। मूलत: ऊधमपुर जिले के जिब थाती के रहने वाले आदित्य का सिविल सेवा में चयन हुआ है। मौजूदा समय में जम्मू के तवी विहार, सिदड़ा में रहने वाले आदित्य का कहना है कि वह नई जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्हें चाहे किसी भी राज्य में भेजा जाए। वह नई सोच और मेहनत से लोगों की भलाई के लिए काम करेंगे।

सोमवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 2019 की सिविल सेवा परीक्षा के आधार पर अपनी रिजर्व सूची से 89 अभ्यर्थियों की नियुक्ति की सिफारिश की है। इनमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की छोटी बेटी अंजलि भी शामिल हैं। 2019 की परीक्षा का रिजल्ट 4 अगस्त, 2020 को घोषित किया गया था तथा मेरिट के आधार पर आइएएस, आइएफएस, आइपीएस तथा केंद्र की ग्रुप ए और बी की 927 रिक्तियों के एवज में 829 अभ्यर्थियों की सिफारिश की थी।

कार्मिक मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, नियमानुसार आयोग सिफारिश की जाने वाली सूची से नीचे की मेरिट वाले अभ्यर्थियों की श्रेणीवार एक रिजर्व सूची रखती है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग की मांग पर आयोग ने अब जिन 89 अभ्यर्थियों के नामों की सिफारिश की है, उनमें 73 सामान्य वर्ग के, 14 ओबीसी तथा एक ईडब्ल्यूएस व एक अनुसूचित जाति के हैं। इन अभ्यर्थियों की सूची यूपीएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

कामयाबी माता-पिता की तपस्या का नतीजा : आदित्य सनगोत्रा ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में अपनी कामयाबी का श्रेय माता-पिता और वरिष्ठ अधिकारियों को दिया। आदित्य ने बताया कि मेरे पिता मस्तार्न सिंह रिटायर्ड सरकारी शिक्षक व माता गंगा देवी एकाउंट असिस्टेंट हैं। मैं अच्छी तरह पढ़ाई कर सकूं, इसके लिए जब मेरी माता नौकरी पर जातीं थीं तो पिता घर में अपने हाथों में खाना बनाकर मुझे खिलाते थे। इसके अलावा मेरी पत्नी श्वेता ने भी मेरा पूरा साथ दिया। आदित्य ने बताया कि आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई उन्होंने पंचैरी से की। इसके बाद नौवीं से बारहवीं कक्षा उन्होंने ऊधमपुर के ब्रह्ऋषि भांवरा विद्या पीठ से की। पुणे विश्वविद्यालय से बीई मैकेनिकल की।

चार बजे उठकर नाके और रात तक पढ़ाई : आदित्य ने बताया कि एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में बतौर इंस्पेक्टर तैनाती के दौरान उनकी ड्यूटी सुबह चार बजे शुरू हो जाती है। तड़के नाके लगाकर वाहनों की जांच और उसके बाद कार्यालय में शाम को तीन-चार बजे तक काम। इसके बाद वह जम्मू विश्वविद्यालय की धनवंतरी लाइब्रेरी में रात दस बजे तक पढ़ाई करते हैं। उन्होंने कहा कि आज मेरी इस कामयाबी में धनवंतरी लाइब्रेरी का भी बहुत बड़ा योगदान है।

जम्मू कश्मीर हमेशा मेरी प्राथमिकता : आदित्य ने कहा कि इंस्पेक्टर की नौकरी के दौरान मुझे लगता था कि मैं भी योजनाएं बनाने का हिस्सा बन सकता हूं। अब मुझे मौका मिला है तो मैं इसे पूरा करना चाहूंगा। आगे जम्मू कश्मीर में नौकरी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जाहिर है, मेरा प्रदेश मेरी प्राथमिकता है। आदित्य ने कहा कि उन्होंने कई बार केएएस व आइएएस की परीक्षा पास की, लेकिन साक्षात्कार में आगे नहीं बढ़ पाया। फिर भी मैंने कभी हार नहीं मानी।


Next Story