दिल्ली/यूपी। उत्तर प्रदेश के बदायूं में दिल्ली पुलिस की टीम को एक अधिवक्ता से रिश्वत लेने के आरोप में सीओ और एसडीएम की टीम ने पकड़ा है. आरोपियों के पास से रिश्वत के एक लाख साठ हजार रुपया भी बरामद किया गया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है और इसकी सूचना दिल्ली पुलिस को भी दी गई है. दरअसल कुछ समय पहले दिल्ली के कालका जी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की बरेली निवासी एक युवक के साथ शादी करने के लिए बदायूं आई, जहां उसने वकील नेकपाल कश्यप से सम्पर्क किया. वकील ने शादी के लिए उन दोनों के कागजात तैयार करवाये. वहीं लड़की के परिजनों ने कालका जी थाने में लड़की की गुमसुदगी दर्ज करवा दी.
लड़की की बरामदगी के बाद पुलिस को पता चला कि लड़का और लड़की बदायूं में अधिवक्ता के सम्पर्क में थे. कालका जी थाने के दरोगा पवन इस केस की जांच कर रहे हैं. उन्होंने वकील नेकपाल कश्यप द्वारा बनाए गए कागजात को फर्जी बताते हुए पन्द्रह लाख रुपये की मांग की थी.दरोगा पवन ने वकील नेकपाल कश्यप को पंद्रह लाख रुपए नहीं देने की कंडिशन में इस केस में फंसा देने की धमकी तक दी थी. वहीं वकील से लगातार पैसे की मांग की जा रही थी.
फिलहाल वकील ने पूरे प्रकरण की शिकायत एसएसपी बदायूं से की जिस पर एसएसपी ने सीओ सिटी और एसडीएम को सादे कपड़ों में इस केस में लगा दिया. दिल्ली पुलिस की टीम जिसमें इस केस के जांच अधिकारी दरोगा पवन यादव, सिपाही कुलदीप और एक महिला कांस्टेबल एक गाड़ी लेकर बदायूं आये और वकील से एक लाख साठ हजार रुपया ले लिया. वहीं पहले से तय प्लान के अनुसार सीओ सिटी ने गाड़ी में इन लोगों को पकड़ लिया गया. जिसमें इनके पास से एक बैग से रिश्वत की पूरी रकम भी बरामद कर ली गयी. दरोगा के पास से रिवाल्वर भी मिली है.
सभी को थाने लाकर बयान दर्ज किए गए, जबकि बाद में महिला सिपाही और ड्राइवर को छोड़ दिया गया. वहीं दरोगा पवन व सिपाही कुलदीप के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. सीओ सिटी ने बताया मुकदमा लिखा जा चुका है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई है.