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शादी समारोह में डेढ़ लाख नगदी और 5 तोला सोना ले उड़े मासूम चोर....सीसीटीवी कैमरा देख पुलिस भी हैरान

Admin2
2 Dec 2020 3:00 PM GMT
शादी समारोह में डेढ़ लाख नगदी और 5 तोला सोना ले उड़े मासूम चोर....सीसीटीवी कैमरा देख पुलिस भी हैरान
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क्या आप यकीन करेंगे कि चोरों के कुछ ऐसे गैंग भी हैं, जो माता-पिता से उनके बच्चों को किराए पर लेते हैं, चोरी कराने के लिए. फिर इन बच्चों को शादियों में भेजा जाता है. शादियों में जाकर ये बच्चे औरतों के गहने और पर्स चुराते हैं. बरेली की एक शादी में चोरी की ऐसी ही वारदात सामने आई, मगर देर से. दरअसल, चोरी का खुलासा शादी के बाद सीसीटीवी फुटेज देखने पर हुआ.

शादी का मंडप. दूल्हे का कमरा. शगुन का बैग हो या दुल्हन की कार. ये कहीं भी घुस सकते हैं. हिंदू के यहां विवाह हो या मुस्लिम के घर शादी. कॉन्ट्रैक्ट दिल्ली में चोरी करने का मिले या किसी और शहर का. ये चोरी को तैयार हो जाते हैं. ना तो कोई इन पर शक़ करता है. ना कोई इन्हें चोर समझता है. बेहद शातिर बेहद पेशेवर और माहिर. पुलिस के हाथ लगी सीसीटीवी फुटेज में इन मासूम चोरों की करतूत साफ देखी जा सकती है.

हाल में बरेली के प्रेम नगर थाना इलाक़े में मौजूद एक बैंक्वेट हॉल में एक मासूम चोर की करतूत पुलिस के सामने आई. वहां एक शादी का प्रोग्राम चल रहा था. लोग मेहमानों से मिलने-मिलाने में मशगूल थे. डीजे डांस और खाने पीने का दौर चल रहा था. और इसी भीड़ में 12-13 का एक लड़का तेज़ी से एक बैग लेकर इस बैंक्वेट हॉल से निकलता हुआ नज़र आता है.

ख़ास बात ये है कि ये लड़का ना सिर्फ़ तेज़ कदमों से चल रहा था, बल्कि अपने हाथ में लिए बैग को अपने पास मौजूद कोट से ढंकने की भी कोशिश कर रहा था. और इस तरह वो सबकी आंखों के सामने पहले सीसीटीवी कैमरे की ज़द से बाहर निकला और फिर बैंक्वेट हॉल से बाहर निकल चला गया. लेकिन जब घरवालों को इस बैग का ख्याल आया, वो इसे गायब देखकर सकते में आ गए. असल में ये बैग लड़की की मां का था, जिसमें शादी के ज़ेवर और नकद रुपये रखे हुए थे. यानी करीब डेढ़ लाख रुपये कैश और 5 तोला सोना. लेकिन जश्न में डूबे घरवालों को उस बच्चे ने चपत लगा दी. वो तो जब घरवालों ने इस धोखे के बाद बैंक्वेट हॉल के मालिक से बात कर सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो उसमें ये मासूम चोर की तस्वीरें नज़र आ गईं.

पहली नज़र में लड़के की तस्वीरें देख कर वो भी एक मेहमान ही लग रहा था. क्योंकि वो प्रॉपर सूट-कोट में नज़र आ रहा था. लेकिन उसकी ये करतूत बताती है कि वो असल में मेहमान नहीं बल्कि एक शातिर चोर था. जिसकी निगाह ऐसी शादियों में नगदी और ज़ेवर से भरे बैग पर ही होती है. ये तो रही चोरी की बात. ऐसे गैंग जिस तरह से चोरी में बच्चों का इस्तेमाल करते हैं, वो अपने आप में बड़ा अजीब है. कई मामलों में पुलिस को ऐसे लोग मिले हैं, जो अपने बच्चों को ऐसे चोर के हवाले किराये पर देते हैं. और बाकायदा इसके लिए कांट्रैक्ट लेटर पर साइन करवाया जाता है. जिसमें लिखा होता है कि मां-बाप अपने बच्चों को शादियों में चोरी करने के लिए चोर गैंग को कुछ लाख रुपये में सालभर के लिए कॉन्ट्रैक्ट में दे रहे हैं.

सुन कर यकीन करना भी मुश्किल है. लेकिन यहां तो सबकुछ लिखा-पढ़ी में है. लिखा-पढ़ी में है कि कैसे एक पक्ष दूसरे पक्ष को अपने 12 साल के छोटे से बेटे को एक साल के लिए ठेके पर दे रहा है. ताकि उनका बेटा अपने गैंग के लिए शादियों से कीमती चीज़ें उड़ा सकें. यकीन मानिए, बाकायदा लिखत-पढ़त के साथ ठेके पर चोरी कराने की इस कहानी पर पहले हमें भी यकीन नहीं हुआ था. लेकिन जब इस अनोखे कांट्रैक्ट लेटर के साथ ये गैंग क़ानून के शिकंजे में फंसा तो हमारे पास भी इस पर ऐतबार करने के सिवाय कोई चारा नहीं था. असल में ऐसे गैंग्स को बच्चों से चोरी करवाने के कई फायदे हैं. एक तो वो खुद पकड़ में नहीं आते और बच्चों के पकड़ में आने पर लोग दया दिखा कर उन्हें छोड़ देते हैं. कभी अगर बात पुलिस तक पहुंच भी जाए, तो बच्चों को कड़ी सज़ा नहीं होती और बड़े चोर खुद को बचा ले जाते हैं.


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