रेल यात्रियों को सहज एवं रियायती दर पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने रेल स्टेशनों पर जन औषधि केंद्र खोलने का फैसला किया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ये केंद्र अभी देश के 50 स्टेशनों पर खोले जाएंगे। बाद में इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी। रेलवे ने इन केंद्रों की सूची भी जारी कर दी है।
यात्रियों की सुविधा के लिए खोले जा रहे केंद्र
भारतीय रेलवे अपने स्टेशनों पर सुविधाओं को लगातार बढ़ा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं। मार्च 2024 तक देशभर में जन औषधि केंद्रों की संख्या की बढ़ाकर 10 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है। जन औषधि केंद्र के जरिए सस्ती दर पर गुणवत्ता वाली दवाएं स्टेशनों पर उपलब्ध कराने की इस पहल से यात्रियों एवं स्टेशनों पर आने-जाने वाले लोगों को आसानी होगी। यह रोजगार बढ़ाने का भी एक अच्छा साधन है।
रेलवे मंडल करेगा स्टेशनों का पहचान
योजना के तहत रेल मंत्रालय की ओर से विभिन्न स्टेशनों के आसपास एवं भीड़ वाले क्षेत्रों में आउटलेट खोलने का लाइसेंस दिया जाना है। स्टेशनों की पहचान की जिम्मेवारी रेलवे मंडलों की होगी। स्टाल ई-नीलामी द्वारा दिए जाएंगे। सफल बोलीदाताओं को दवा की दुकान चलाने के लिए आवश्यक अनुमति और लाइसेंस प्राप्त करना होगा। दवाओं के भंडारण के लिए भी मानकों को पूरा करना होगा।
स्टेशन परिसर में ही खोले जाएंगे आउटलेट
मालूम हो कि स्टेशन परिसर में ही आउटलेट खोले जाएंगे, ताकि यात्रियों के साथ-साथ स्टेशन तक आने-जाने वाले लोगों को भी सुविधाजनक तरीके से सस्ती दवाएं मिल सके। आउटलेट शुरू करने से पहले नोडल एजेंसी फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो आफ इंडिया (पीएमबीआई) और जन औषधि योजना के लिए इसके अधिकृत वितरकों के साथ समझौता करना होगा।