
राजस्थान। कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) का आज दूसरा दिन है. यह शिविर राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 400 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए हैं. इस दौरान शनिवार को पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति अधिक चिंता का विषय है. विकास की धीमी दर पिछले 8 वर्षों में वर्तमान सरकार की पहचान रही है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाद की रकवरी उदासीन है और रुकी हुई है. पिछले पांच महीनों में 2022-23 के ग्रोथ के अनुमानों को समय-समय पर कम किया गया है. महंगाई अस्वीकार्य स्तर तक बढ़ गई है, जोकि आगे और बढ़ने का खतरा है. कॉन्फ्रेंस को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, सुप्रिया श्रीनेट और प्रो गौरव वल्लभ ने संबोधित किया.
कांग्रेस ने कहा कि थोक मूल्य सूचकांक (WPI) महंगाई 14.55 प्रतिशत और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) महंगाई 7.79 प्रतिशत पर है. सरकार वास्तव में अपनी गलत नीतियों, पेट्रोल-डीजल पर उच्च करों, उच्च प्रशासित कीमतों और उच्च जीएसटी कर दरों के माध्यम से महंगाई को बढ़ाने का बढ़ावा दे रही है. वहीं, नौकरी की स्थिति कभी खराब नहीं रही. श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) 40.38 प्रतिशत के ऐतिहासिक निचले स्तर पर है और बेरोजगारी दर 7.83 प्रतिशत है.
उसने कहा कि हम अपने आरोप को दोहराते हैं कि कुल व्यय के अनुपात के रूप में सामाजिक सेवाओं पर व्यय 2004 और 2014 के बीच 10 वर्षों में औसतन 9 प्रतिशत से गिरकर औसतन 5 प्रतिशत हो गया है. बाहरी स्थिति ने अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा दिया है. सरकार इन घटनाक्रमों से निपटने के तरीकों से अनभिज्ञ दिखती है. पिछले 7 महीनों में 22 अरब अमेरिकी डॉलर देश से बाहर गए हैं. विदेशी मुद्रा भंडार 36 अरब अमेरिकी डॉलर कम हो गया है. विनिमय दर 77.48 रुपये प्रति डॉलर है, जो अब तक का सबसे अधिक है.स सरकार ने 1991 में उदारीकरण