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महंगाई का अटैक! सरकार ने की तैयारी, पेट्रोल और डीजल पर अब देना पड़ेगा Cow Cess
jantaserishta.com
16 Dec 2020 8:42 AM GMT
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फाइल फोटो
महंगाई बढ़ रही है, पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी आसमान पर हैं. LPG सिलेंडर के दाम इस महीने दो बार में 100 रुपये तक बढ़ चुके हैं, लेकिन सरकार इस पर राहत देने की बजाय एक और सेस लगाने की तैयारी कर रही है.
नई दिल्ली: पेट्रोल, डीजल की कीमतें आसमान पर हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकारें एक्साइज और वैट के जरिए पेट्रोल डीजल की कीमतों पर 50 रुपये से ज्यादा टैक्स वसूलती हैं. ग्लोबाल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें गिरने के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के भाव दो साल के ऊंचे स्तर पर हैं, उल्टा मध्य प्रदेश सरकार अलग से एक टैक्स लगाने की तैयारी में हैं.
मध्य प्रदेश वाकई में गजब है. यहां कि शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) सरकार पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस (LPG) सिलेंडर पर 'गौमाता उपकर' (cow cess) लगाने की योजना पर काम कर रही है. राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस नए सेस से उसे हर साल 200 करोड़ रुपये की कमाई होगी. इस नए सेस से मिली रकम का इस्तेमाल गायों के कल्याण के लिए किया जाएगा.
मध्य प्रदेश राज्य के पशुपालन विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार किया है. विभाग ने पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा है कि यहां पहले से ही गाय उपकर वसूला जा रहा है. पशुपालन विभाग ने पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर 15 पैसे Cow Cess लगाने का प्रस्ताव दिया है
पेट्रोल, डीजल के अलावा मध्य प्रदेश सरकार रसोई गैस सिलेंडर पर भी 10 रुपये प्रति सिलेंडर का गाय उपकर लगाने की तैयारी में है. विभाग ने इसके लिए भी प्रस्ताव दिया है.
इस गौमाता सेस से राज्य सरकार को उम्मीद है कि उन्हें अच्छा राजस्व इकट्ठा होगा. पेट्रोल और डीजल पर गौमाता उपकर से एक साल में 120 करोड़ रुपये, जबकि रसोई गैस सिलेंडर से 83 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है. आपको बता दें कि 20 नवंबर को गाय मंत्रिमंडल गठित किया गया था, इस बैठक की अध्यक्षता खुद मुख्यमंत्री चौहान ने की थी. उन्होंने कहा था कि गौमाता सेस से भारतीय संस्कृति को बचाने में मदद मिलेगी.
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