दिल्ली पुलिस ने एक कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है. जिसने एक कैब चालक से बंदूक की नोक पर उसका मोबाइल फोन लूट लिया था. हैरानी की बात ये थी कि इस वारदात में आरोपी बदमाश ने जिस पिस्तौल का इस्तेमाल किया था, वो एक टॉयगन थी. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लूट का मोबाइल फोन और एक खिलौना पिस्तौल बरामद की. दरअसल, 19 जनवरी को शाहीन बाग में पीसीआर को एक कॉल मिली थी कि जामिया नगर मेट्रो स्टेशन के पास बंदूक की नोक पर एक शख्स का मोबाइल फोन छीन लिया गया है. इस सूचना के आधार पर एसआई रविंदर और अन्य पुलिसकर्मी मौका-ए-वारदात पर पहुंचे. जहां फोन करने वाले ने अपना नाम प्रदीप कुमार बताया. वह एक उबर कैब चालक है.
पीड़ित प्रदीप ने पुलिस को बताया कि वह आईजीआई हवाई अड्डे से एक यात्री को लेकर आया था और उसे लगभग 12.30 बजे उसने 7 नंबर ठोकर, शाहीन बाग के पास उतार दिया था. इस बीच, एक अज्ञात व्यक्ति उसके पास आया और उसे निजामुद्दीन छोड़ने के लिए कहा. पहले तो प्रदीप ने उसे मना कर दिया लेकिन बाद में वो उसे छोड़ने के लिए तैयार हो गया. प्रदीप ने उस शख्स को कैब में बैठाया और वहां से निकल गया. जब वह शाहीन बाग की ठोकर नं 3 के पास पहुंचा तो उस अज्ञात व्यक्ति ने एक पिस्तौल निकाली और कैब चालक प्रदीप से उसका मोबाइल फोन, चार्जर और ईयरफोन लूट लिए. इसके बाद वो कार से उतर कर फरार हो गया.
प्रदीप की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया. सबसे पहले मौका-ए-वारदात के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. ताकि आरोपी के बारे में कोई सुराग मिल सके. टीम ने आसपास के इलाके में लगे 15 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की. इसी दौरान कुछ फुटेज से अपराधी का सुराग सामने आ गया. इन महत्वपूर्ण सुरागों के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपी की पहचान करने की कोशिश की. पता चला कि आरोपी का नाम मो. हासिम है, वह जसोला गांव का रहने वाला है. उसकी शिनाख्त हो जाने के बाद पुलिस टीम ने उसे शाहीन बाग और जसोला मेट्रो स्टेशन के बीच जंगल क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके कब्जे से एक खिलौना पिस्तौल बरामद की.
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने तैमूर नगर की रहने वाली लिपी बेगम से लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया. पूछताछ करने पर आरोपी बदमाश ने खुलासा किया कि उसने महिला से यह कहकर फोन लूटा था कि यह फोन उसी का है. उसने महिला से 2200 रुपये भी लिए थे और इसकी एवज में दो दिन के अंदर 2500 रुपये लौटाने का वादा भी किया था. आरोपी बदमाश ने खुलासा करते हुए बताया कि उसने डीएवी स्कूल, नोएडा (यूपी) से 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. अपने स्कूल के दिनों में वह बुरी संगत में पड़ गया और शराब का सेवन करने लगा. स्कूल के बाद उसने कढ़ाई के काम में अपने पिता की मदद करना शुरू की. लेकिन अपनी बुरी संगत के कारण वो अपराध के दलदल में फंस गया.
आरोपी ने जामिया नगर, एनएफसी और आस-पास के इलाकों में चोरी, स्नैचिंग, डकैती और लूट की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया. आरोपी मो. हासिम पीएस सरिता विहार का बीसी है. उसके खिलाफ पहले से स्नैचिंग, चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट और चोट पहुंचाने के दर्जनभर मामले दर्ज हैं.