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इंडो एथलेटिक्स सोसाइटी ने पुणे से शिवनेरी तक साइकिल यात्रा का किया आयोजन

Nilmani Pal
7 Sep 2023 4:05 AM GMT
इंडो एथलेटिक्स सोसाइटी ने पुणे से शिवनेरी तक साइकिल यात्रा का किया आयोजन
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आगरा. छत्रपति शिवाजी महाराज के आगरा से राजगड के उपलक्ष्य में हर साल इंडो एथलेटिक्स सोसायटी पुणे-शिवनेरी-पुणे 200 किमी साइकिल यात्रा का आयोजन करती है।इस साल 575 साइकिल चालकों ने इसमें हिस्सा लिया। यह यात्रा का चौथा वर्ष था। मार्ग पर सवारियों ने समाज में पर्यावरण एवं स्वास्थ्य का संदेश दिया। एक दिन में 100 किलोमीटर की दूरी पांच से छह घंटे में तय की जाती थी। शनिवार 2 सितंबर को सुबह छह बजे मोशी के गोदाम चौक से हरी झंडी दिखाकर साइकिल यात्रा शुरू हुई। इस समय अजीत पाटिल और आईएएस के गणेश भुजबल मौजूद थे।


17 अगस्त 1666 को आगरा छोड़ा था छत्रपति शिवाजी महाराज ने

आगरा से पलायन का इतिहास में बहुत महत्व है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने 17 अगस्त 1666 को आगरा छोड़ दिया था। इस वर्ष इस घटना के 356 वर्ष पूरे हो रहे हैं। वे आगरा से चले और तेरह दिनों में मथुरा, प्रयागराज, वाराणसी, गया, कटक, हैदराबाद, मालखेड, विजयपुर, गोकर्ण, पन्हाला और राजगढ़ किले से होते हुए 1300 किलोमीटर की दूरी तय की और 30 अगस्त को राजगढ़ पहुंचे। आईएएस के संस्थापक सदस्य गजानन खैरे ने कहा कि हम इस महाराजा के पराक्रम को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल पुणे से शिवनेरी सवारी का आयोजन करते हैं।

पुणे से शिवनेरी साइकिल मार्ग - नासिक फाटा - राजगुरुनगर - मंचर - नारायणगांव - शिवनेरी। यह इस प्रकार था। सभी साइकिल चालक लेन्याद्रि अष्टविनायक में ट्रैकिंग के बाद ठहरने के लिए ओज़ार गए और अगले दिन उसी मार्ग से वापसी की यात्रा पूरी की। यह बात आईएएस शिवनेरी साइकिल यात्रा प्रमुख मदन शिंदे, दादासाहब नखाते, प्रशांत तायडे और अविनाश चौगुले ने कही।

किस-किस का रहा विशेष सहयोग सहयोग

गिरिराज उमरीकर, अमित पवार, रमेश माने, सुशील जी मोरे, श्रीकांत चौधरी, , प्रतीक पवार, सुशील मोरे, श्रेयस पाटिल,मारुति विधाते, अजीत गोरे, अमित पवार, अविनाश अनुशे, प्रणय कडू, श्रीकांत चौधरी, प्रदीप टेक, प्रतीक पवार, कैलास शेट तपकिर, प्रकाश कांबले आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजगुरुनगर में हुतात्मा राजगुरु साइकिल क्लब, नारायणगांव में साई संस्थान और शिवनेरी एथलेटिक एसोसिएशन द्वारा आईएएस राइडर्स का स्वागत किया गया। श्रीराज होटल नारायणगांव द्वारा सभी को मसाला दूध वितरित किया गया।


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