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जब नाक टूटी, बहता रहा खून फिर भी भाषण देती रहीं इंदिरा गांधी, पढ़े पूरा किस्सा

jantaserishta.com
7 Jan 2022 7:38 AM GMT
जब नाक टूटी, बहता रहा खून फिर भी भाषण देती रहीं इंदिरा गांधी, पढ़े पूरा किस्सा
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नई दिल्ली: पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक का मसला गंभीर है। एक रैली को संबोधित करने लिए निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिरोजपुर पहुंचे ही थे कि उनके काफिले को कुछ प्रदर्शनकारियों ने अवरुद्ध कर दिया। जिसके बाद पीएम मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर 15 से 20 मिनट तक फंसा रहा और उन्हें दिल्ली वापस लौटना पड़ा। भाजपा इसे पीएम की सुरक्षा में चूक बता रही है।

इंदिरा गांधी पर भीड़ ने चलाए थे पत्थर: बता दें कि इससे पहले देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक रैली में भी उनकी सुरक्षा पर सवाल उठे थे। दरअसल बात 1967 की है। इंदिरा गांधी देश में अलग-अलग जगहों पर चुनाव प्रचार कर रही थीं। इस बीच जब वो ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में प्रचार करने गईं, तो रैली में भाषण देने के दौरान भीड़ में से कुछ उपद्रवी उनपर पत्थर फेंकने लगे।
'मैं पीछे नहीं हटूंगी': इसे देख सुरक्षाकर्मियों और कार्यक्रम के आयोजकों के हाथ पैर फूल गये। लोग उन्हें कार्यक्रम से जाने के लिए कहने लगे। लेकिन इंदिरा गांधी ने उन उपद्रिवयों के आगे हार नहीं मानी और वहीं डटी रहीं। उन्होंने पत्थरबाजी के बीच माइक संभाला और निर्भीकता से कहा, 'मैं पीछे नहीं हटूंगी।' इंदिरा बोल ही रही थीं कि एक ईंट का टुकड़ा उनकी नाक आकर पर लगा।
रुमाल के खून पोछा: इंदिरा गांधी की नाक से खून बहने लगा। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे अनुरोध करने लगे कि वो मंच हट जाएं। तत्कालीन प्रधानमंत्री ने किसी की नहीं सुनी। नाक से निकलती खून की धारा को रूमाल से रोककर निडरता से क्रुद्ध भीड़ के सामने खड़ी होकर उन्होंने कहा कि आज उपद्रवियों ने किया वो मेरा नहीं बल्कि देश का अपमान है। प्रधानमंत्री होने के चलते मैं देश का प्रतिनिधित्व करती हूं।
नाक का आपरेशन तक करना पड़ा : नाक की चोट लिए इंदिरा गांधी कोलकाता पहुंची और वहां अपना भाषण दिया। हालांकि उन्हें सुझाव दिया गया कि वो दिल्ली लौट जाएं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। फिलहाल कार्यक्रम खत्म कर जब वो दिल्ली पहुंची तो उनकी नाक का एक्सरे करने पर पता चला कि उनकी नाक पर गंभीर चोट आई है। डॉक्टरों को उनकी नाक का आपरेशन तक करना पड़ा।
राजीव गांधी की भी सुरक्षा में लगी थी सेंध: सुरक्षा में चूक का शिकार पूर्व पीएम राजीव गांधी भी हुए थे। दरअसल श्रीलंका में तमिलों और सेना के बीच हुए संघर्ष और भारत द्वारा श्रीलंका में सेना भेजे जाने का विरोध देखा जा रहा था। इस दौरान 30 जुलाई 1987 को देश के तत्कालीन पीएम राजीव गांधी भारत-श्रीलंका शांति समझौते के लिए श्रीलंका गए थे।
वहां गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान राजीव गांधी पर एक सैनिक विजिथा रोहन विजेमुनी ने अपनी बंदूक के बट से हमला कर दिया था। बाद में इस सैनिक को श्रीलंका सेना से बर्खास्त कर दिया गया था। पीएम मोदी की सूरक्षा चूक मामले के बाद राजीव गांधी पर हुए हमले का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि विजिथा रोहन श्रीलंका में भारतीय सेना भेजने के खिलाफ था। इसी विरोध के चलते उसने राजीव गांधी की पीठ पर बंदूक की बट से हमला किया था। हमले में राजीव गांधी को हल्की चोट आई थी।
पीएम मोदी के साथ क्या हुआ: बता दें कि 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में पीएम मोदी एक रैली को संबोधित करने वाले थे। लेकिन हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया था। जिसके चलते पीएम मोदी 15-20 मिनट फ्लाईओवर पर फंसे रहे। इसके बाद उन्हें दिल्ली वापस लौटना पड़ा। इस मामले भाजपा और कांग्रेस आमने सामने है।


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