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अफगानिस्तान (Afghanistan) के मौजूदा हालात पर भारत ने एक बार फिर चिंता जताई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि अफगानिस्तान में हालात अब भी नाजुक बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक पड़ोसी होने और उस देश के लोगों का दोस्त होने के नाते अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति से हम चिंता में हैं.
उन्होंने कहा, 'अफगान बच्चों के सपनों को साकार करना और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करनी है.' उन्होंने कहा कि हम तुरंत मानवीय सहायता प्रदान करने का आह्वान करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान में एक ऐसी व्यवस्था का आह्वान करता है, जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व है. एक ऐसी सरकार हो जिसे अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता और वैधता मिले.
टीएस तिरुमूर्ति काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर हुए आतंकी हमले पर बात रखते हुए कहा कि पिछले महीने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला हुआ, जो दिखाता है कि आतंकवाद अफगानिस्तान के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है. इसलिए ये जरूरी है कि आतंक के खिलाफ जो कमिटमेंट किए गए हैं, उसका सम्मान किया जाए और उसका पालन किया जाए.
उन्होंने कहा, तालिबान ने कहा है कि अफगान बिना किसी रोकटोक के विदेश यात्रा कर सकेंगे. हमें उम्मीद है कि इसका पालन किया जाएगा और अफगानों के अलावा जो दूसरे विदेशी नागरिक हैं, वो भी सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे.
टीएस तिरुमूर्ति ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि पिछले महीने के दौरान अफगानिस्तान में नाटकीय बदलाव देखा है. अगस्त में अफगानिस्तान मसले पर सुरक्षा परिषद में तीन बार बैठक हुई थी. इसमें हमने कुछ चिंताओं को सामने रखा, खासतौर से आतंकवाद को लेकर. उन्होंने कहा, तालिबान ने कमिट किया है कि वो आतंकवाद के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देगा. तालिबान ने ये भी कहा कि वो किसी दूसरे देश को धमकाने या हमला करने या आतंकियों को पनाह देने या उन्हें ट्रेनिंग देने या साजिश रचने या फंडिंग करने के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल नहीं होने देगा.
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