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भारत के एक्शन से कनाडा में हड़कंप, अब प्रधानमंत्री को कहनी पड़ी ये बात

jantaserishta.com
19 Sep 2023 3:27 PM GMT
भारत के एक्शन से कनाडा में हड़कंप, अब प्रधानमंत्री को कहनी पड़ी ये बात
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भारत ने भी कड़ा रुख अख्तियार कर लिया.
ओटावा: भारत के ऐक्शन में आते ही कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो सफाई देने लगे हैं। ट्रूडो ने कहा कि कनाडा भारत को उकसाना नहीं चाहता, बल्कि नई दिल्ली से अलगाववादी सिख नेता की हत्या को गंभीरता से लेने की गुजारिश कर रहा है। दरअसल, ट्रूडो ने सोमवार को संसद में कहा था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के एजेंट के बीच संभावित संबंध के पुख्ता आरोप हैं। इसे लेकर कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां पूरी सक्रियता से जांच कर रही हैं। यह आरोप लगाते हुए एक भारतीय अधिकारी को कनाडा की ओर से निष्कासित कर दिया गया। इसके कुछ ही घंटे बाद भारत ने 'जैसे को तैसा' की कार्रवाई करते हुए कनाडाई राजनयिक को मंगलवार को निष्कासित करने की घोषणा की।
भारत की सख्ती को देखते हुए कनाडाई पीएम के तेवर नरम पड़ने लगे। उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'भारत सरकार को इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लेने की जरूरत है। हम ऐसा कह रहे हैं। हमारी ओर से उकसाने या इसे आगे बढ़ाने की कोशिश नहीं की जा रही है।' इससे पहले, भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को विदेश मंत्रालय ने तलब किया और सीनियर कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के फैसले के बारे में सूचित किया। ये कदम बता रहे थे कि भारत और कनाडा के संबंध और खराब हो रहे हैं। इससे कुछ ही दिन पहले ही दोनों देशों ने द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते संबंधी अपनी वार्ता को रोकने का फैसला किया था।
भारत और कनाडा के बीच संबंध कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के कारण तनावपूर्ण हैं। भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के इन आरोपों को बेबुनियाद बताकर सिरे से खारिज कर दिया था कि खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के एजेंट के बीच कोई संबंध है। मंत्रालय ने कहा, 'इस तरह के बेबुनियाद आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं, जिन्हें कनाडा में आश्रय प्रदान किया गया है और जो भारत की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं। ऐसे ही आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री ने हमारे प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान भी लगाए थे, जिन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।'
मालूम हो कि कनाडाई नागरिक निज्जर की 2 अज्ञात बंदूकधारियों ने बीते 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी और उनके कनाडाई समकक्ष ट्रूडो के बीच 10 सितंबर को द्विपक्षीय बातचीत हुई थी। इस दौरान मोदी ने ट्रूडो को कनाडा में चरमपंथी तत्वों द्वारा जारी भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत कराया था। दरअसल, ये तत्व अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं। भारतीय राजनयिकों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं और वहां भारतीय समुदाय को डरा रहे हैं।
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