शेयर बाजार में Nykaa की जोरदार लिस्टिंग के साथ ही फाल्गुनी नायर की चर्चा होने लगी है. फाल्गुनी नायर ने ऐसी कामयाबी हासिल की है, जो महिलाओं को प्रेरित करने के लिए काफी है. ब्यूटी स्टार्टअप नायका (Nykaa) की फाउंडर फाल्गुनी नायर भारत की सबसे अमीर सेल्फमेड महिला अरबपति बन गई हैं. उन्होंने कामयाबी की नई कहानी लिख दी है. खुद फाल्गुनी नायर कहती हैं कि आज एक सपना सच हो गया. फाल्गुनी नायर ने लिस्टिंग से पहले कहा, 'मैंने 50 की उम्र में बिना किसी अनुभव के नायका की शुरुआत की. मुझे उम्मीद है कि नायका की कहानी आप में से प्रत्येक को अपने जीवन की नायक/नायिका बनने के लिए प्रेरित कर सकती है.'
लिस्टिंग के बाद भी शेयर में तेजी
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को नायका की शानदार लिस्टिंग के साथ Nykaa का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. करीब 80 फीसदी प्रीमियम पर नायका की 2018 रुपये पर लिस्टिंग हुई. लिस्टिंग के बाद शेयर ने 2248 रुपये के स्तर को छुआ और कारोबार के अंत में 2208 रुपये पर बंद हुआ. आईपीओ से मिले पैसों को कंपनी देश में और स्टोर्स खोलने पर खर्च करेगी. Nykaa ने पहला फिजिकल स्टोर साल 2014 में शुरू किया था. 31 अगस्त 2021 तक FSN ई-कॉमर्स के पास देशभर के 40 शहरों में 80 फिजिकल स्टोर हैं. नायिका का ब्यूटी और पर्सनल केयर के लिए Nykaa का एक प्राइमरी ऐप है, इसके अलावा Nykaa Fashion भी है, जहां एपेरल, एसेसरीज, फैशल ने जुड़े प्रॉडक्ट्स होते हैं. इसके ऐप्स पर रिटेल स्टोर्स से 4,000 से ज्यादा ब्यूटी, पर्सनल केयर और फैशन ब्रांड्स जुड़े हुए हैं.
Nykaa की आधी हिस्सेदारी फाल्गुनी नायर के पास है. फर्म के शेयरों में शानदार तेजी के साथ ही नायर की नेटवर्थ 6.5 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो गई. FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स, Nykaa की पैरेंट कंपनी है और यह स्टॉक एक्सचेंज में प्रवेश करने वाली भारत की पहली महिला-नेतृत्व वाली कंपनी है. पूर्व निवेश बैंकर फाल्गुनी नायर ने 2012 में इस कंपनी को स्थापित किया. 1600 से अधिक लोगों की टीम का नेतृत्व करते हुए फाल्गुनी ने एक ब्यूटी और लाइफस्टाइल रिटेल एम्पायर नायका का निर्माण किया है, जो भारत में अपने निजी लेबल सहित 1500 प्लस ब्रांडों के पोर्टफोलियो के साथ भारत के अग्रणी ब्यूटी रिटेलर के रूप में उभरा है. IIM अहमदाबाद से स्नातक होने के बाद फाल्गुनी नायर ने एएफ फर्ग्यूसन एंड कंपनी से अपना करियर शुरू किया. उन्होंने कोटक महिंद्रा बैंक के साथ करीब 18 साल तक जुड़ी रहीं. वह कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट बैंक की प्रबंध निदेशक थीं. इसके अलावा कोटक सिक्योरिटीज में निदेशक भी रह चुकी हैं.