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भारतीय रेलवे ने फिर की ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने के लिए तैयारी, ओमिक्रॉन संकट के बीच बड़ा कदम

jantaserishta.com
28 Dec 2021 10:12 AM GMT
भारतीय रेलवे ने फिर की ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने के लिए तैयारी, ओमिक्रॉन संकट के बीच बड़ा कदम
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नई दिल्ली: देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का संक्रमण बढ़ने को देखते हुए भारतीय रेलवे ने जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन एवं अन्य बड़े उपकरणों की आपूर्ति के लिए कमर कस ली है। भारत के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक ओमिक्रॉन संक्रमण के 653 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 186 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। ओमिक्रॉन के महाराष्ट्र में सर्वाधिक 167 मामले पाए गए हैं। इसके बाद दिल्ली में 165, केरल में 57, तेलंगाना में 55, गुजरात में 49 और राजस्थान में 46 मामले सामने आए हैं।

जानकारी के अनुसार, रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल महाप्रबंधकों को कहा है कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) के परिवहन के लिए क्रायोजेनिक टैंकरों एवं कंटेनरों, ऑक्सीजन संयंत्रों आदि के परिवहन एवं राज्य सरकारों द्वारा फ्रेट एडवांस स्कीम को लेकर रेलवे के दिशानिर्देश 15 जनवरी तक के लिए थे, लेकिन मौजूदा परस्थितियों के मद्देनजर इसकी समीक्षा की गई और इन दिशानिर्देशों को आगे तीन महीने के लिए बढ़ा गया है।
भारतीय रेलवे ने जिन राज्यों में ऑक्सीजन की कमी थी, वहां इसकी आपूर्ति के लिए इस साल 18 अप्रैल को ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की शुरुआत की थी। करीब 480 ऑक्सीजन एक्सप्रेस चला कर 35000 टन से ज्यादा ऑक्सीजन 15 राज्यों को पहुंचाई गई थी। रेलवे ने इसके अलावा चार हजार से अधिक कोचों को कोविड केयर कोच में बदल कर देश के अनेक शहरों में स्टेशनों पर तैनात किया था।
बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार सुबह 8 बजे के अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में 6,358 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,47,99,691 हो गई है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या गिरकर 75,456 रह गई है। इस दौरान 293 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 4,80,290 हो गई है। पिछले 61 दिन से कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 15,000 से कम रह रहे हैं।
मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 75,456 रह गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 385 मामलों की कमी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोविड-19 से मरीजों के स्वस्थ होने की दर 98.40 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है।
संक्रमण की दैनिक दर 0.61 प्रतिशत है। यह पिछले 85 दिनों से दो प्रतिशत से कम रही है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.64 प्रतिशत दर्ज की गई और यह पिछले 44 दिनों से एक प्रतिशत से कम बनी हुई है।
इस बीमारी के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,42,43,945 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 142.47 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
इस महामारी से जिन 293 मरीजों ने पिछले 24 घंटे में जान गंवाई है, उनमें से 236 लोगों की मौत केरल में और 21 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है। केरल में सामने आए मौत के 236 मामलों में से 23 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए। वहीं, मौत के 213 मामलों को केन्द्र के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक कोविड-19 से 4,80,290 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से महाराष्ट्र में 1,41,454, केरल में 46,822, कर्नाटक में 38,316, तमिलनाडु में 36,744, दिल्ली में 25,106, उत्तर प्रदेश में 22,915 और पश्चिम बंगाल में 19,726 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।


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