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रूस के सुखोई-57 और अमेरिकी एफ-35 के बीच भारतीय ‘एमका’ बटोर रही सुर्खियां

jantaserishta.com
11 Feb 2025 11:29 AM GMT
रूस के सुखोई-57 और अमेरिकी एफ-35 के बीच भारतीय ‘एमका’ बटोर रही सुर्खियां
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जानिए कितना खतरनाक.
बेंगलुरु: बेंगलुरु में हो रहे ‘एयरो इंडिया 2025’ में रूस का सुखोई-57 स्टील्थ फाइटर जेट लोगों के बीच एक बड़ा आकर्षण बना हुआ है। अमेरिका के शक्तिशाली फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट एफ-35 पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। यहां दोनों ही फाइटर जेट नियमित उड़ान भर रहे हैं।
इस दौरान दोनों विमानों की कलाबाजी देख विभिन्न देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी चकित हैं। ऐसे विदेशी और आधुनिकतम लड़ाकू विमानों के बीच भारत की स्वदेशी लड़ाकू विमान परियोजना एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमका) भी सुर्खियां बटोर रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि भारत एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को लेकर प्रण कर चुका है कि इसे बनाकर तैयार करना है। डीआरडीओ का कहना है कि ‘एमका’ विमान तैयार होने पर यह अपनी श्रेणी के अन्य आधुनिक और घातक फाइटर जेट में से एक होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की पावर से युक्त इलेक्ट्रॉनिक पायलट, नेटसेंट्रिक वारफेयर सिस्टम, इंटीग्रेटेड व्हीकल हेल्थ मैनेजमेंट और इंटरनल-बे के साथ यह दुश्मन के लिए बेहद घातक साबित होगा।
एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एमका) परियोजना के निदेशक कृष्ण राजेंद्र नीलि के मुताबिक, एमका भारत की सबसे महत्वाकांक्षी फाइटर जेट परियोजना है। यह 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट होगा। इसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (रक्षा मंत्रालय) बना रही है। इस फाइटर जेट के आने वाले वर्षों में भारतीय वायु सेना में शामिल होने की उम्मीद है।
भारत ने एक हल्का लड़ाकू विमान तेजस भी बनाया है। लेकिन, ‘एमका’ बेहद एडवांस्ड और 5वीं पीढ़ी का डबल इंजन लड़ाकू विमान होगा। इसमें एआई-पावर इलेक्ट्रॉनिक मल्टी सेंसर डाटा फ्यूजन है ताकि आसपास की स्थिति पर पूरी तरह नजर रखी जा सके। इसकी मदद से विमान में मौजूद पायलट तुरंत कार्रवाई भी कर सकेगा। यह सटीक टारगेट लगाने में भी मददगार होगा। इसकी खासियत यह भी है कि यह बेहद कम विजिबिलटी में ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है।
एयरो इंडिया 2025 प्रदर्शनी में इसके फुल-स्केल मॉडल को प्रदर्शित किया जा रहा है। इसी मॉडल को ही असली ‘एमका’ में परिवर्तित किया जा रहा है। एमका का डिजाइन तैयार करने वाली एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) का कहना है कि अगले एक दशक यानी 2035-36 तक यह स्वदेशी फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट बनकर तैयार हो जाएगा।
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