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भारतीय जांच एजेंसियां अब अनेकों भगोड़ो की जानकारी के लिए इंटरपोल से लेगी सहायता

Admin4
25 Feb 2021 1:58 PM GMT
भारतीय जांच एजेंसियां अब अनेकों भगोड़ो की जानकारी के लिए इंटरपोल से लेगी सहायता
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पिछले कुछ सालों में भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले भगौड़े अपराधियों की तलाश के लिए देश की जांच एजेंसियां इंटरपोल की मदद ले रही हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पिछले कुछ सालों में भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले भगौड़े अपराधियों की तलाश के लिए देश की जांच एजेंसियां इंटरपोल की मदद ले रही हैं। इंटरपोल की वेबसाइट पर इन अपराधियों से संबंधित 316 रेड कॉर्नर नोटिस सूचीबद्ध हैं। इसमें अपराधियों के नाम के साथ विस्तृत जानकारी दी गई है, ताकि प्रत्यर्पण करने में मदद मिल सके। इन अपराधियों में दाऊद इब्राहिम, हाफिज सइद, जाकी-उर रहमान, मसूद अजहर समेत आंतकवाद, ड्रग स्मगलिंग और जाली नोटों का कारोबार करने वालों के नाम शामिल हैं।

बता दें कि इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस उन व्यक्तियों के बारे में जांच एजेंसियों से अनुरोध प्राप्त करने के बाद जारी किए जाते हैं जो अपराध करने के बाद उस देश से भाग गए हों। रेड कॉर्नर नोटिस दुनिया भर में कानून प्रवर्तन एजेंसियों से एक व्यक्ति का पता लगाने और अस्थायी रूप से गिरफ्तारी, लंबित प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण या इसी तरह की कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध है।
रेड कॉर्नर नोटिस और भारत द्वारा वांछित अपराधियों में ज्यादातर वो लोग शामिल हैं, जो भारत में आतंकवादी गतिविधियों में लगे हुए हैं। इनमें खालिस्तानी पृष्ठभूमि के कई और पूर्वोत्तर के कुछ विद्रोही भी शामिल हैं। इसके अलावा ड्रग्स स्मगलिंग और भारत में जाली नोटों का कारोबार करने वाले भी हैं। रेड कॉर्नर सूची में दशकों से मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम का नाम शामिल है, जो भारत में कई आपराधिक गतिविधियों का हिस्सा रहा है। लिस्ट में अन्य नाम आतंकवादी और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद, जकी-उर रहमान लखवी, मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम के सहयोगी छोटा शकील और इकबाल मिर्ची का है, जिसका दिसंबर 2013 में निधन हो गया था।
पिछले कुछ वर्षों में आर्थिक अपराधियों में इजाफा दर्ज किया गया है। वित्त मंत्रालय ने दिसंबर 2019 में राज्यसभा को सूचित किया था कि पिछले कुछ सालों में अभियोजन पक्ष के डर से 67 आर्थिक अपराधी भारत से भाग गए थे। इन्होंने भारतीय बैंकों और अन्य आर्थिक संस्थानों को 17,947.11 करोड़ रुपये की चपत लगाई थी। इंटरपोल द्वारा रेड-कॉर्नर सूची में रखे गए कुछ हाई-प्रोफाइल आर्थिक धोखेबाजों में नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की पत्नी पूर्वा मोदी शामिल हैं।


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