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घुसपैठ में जुटा पाकिस्तान: पानी के भीतर भी भारतीय सेना तैनात, सीमा पर नाकाम होगी पाक की हर घुसपैठ, जानें कैसे?

jantaserishta.com
31 Dec 2021 5:08 AM GMT
घुसपैठ में जुटा पाकिस्तान: पानी के भीतर भी भारतीय सेना तैनात, सीमा पर नाकाम होगी पाक की हर घुसपैठ, जानें कैसे?
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नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान के द्वारा लगातार पंजाब को दहलाने की साजिश हो रही है. इसके लिए पाकिस्तान कभी ड्रोन के माध्यम से तो कभी जमीनी सरहद से पंजाब में लगातार घुसपैठ करने और हथियारों के साथ ही युवा पीढ़ी को तबाह करने के लिए नशे की खेप भेजने में लगा रहता है. लेकिन हम आज आपको उस जगह के बारे में बताएंगे जहां से पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई लगातार पंजाब का माहौल बिगाड़ने और पंजाब से आतंक का रास्ता बना कर देश को हिलाने की साजिश रच रहे हैं.

पंजाब सीमा पर पाक की हरकतें
पंजाब की करीब 550 किलोमीटर से ज्यादा की सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है और इसी बात का फायदा उठाकर कश्मीर में अपने मंसूबे ना पूरा हो पाने की वजह से पाकिस्तान लगातार पंजाब को डिस्टर्ब करने की कोशिश में लगा रहता है. पाकिस्तान के द्वारा सतलुज नदी से लगातार हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई पंजाब में भेजी जाती है. इसी वजह से बीएसएफ के जवान फिरोजपुर और फाजिल्का जैसे उन इलाकों में लगातार पानी में पेट्रोलिंग करते हैं जहां पर सतलुज नदी कई बार पाकिस्तान में दाखिल होती है और वापिस पंजाब की तरफ लौटती है. इस सतलुज नदी में जलखुम्बी और जंगली घास के साथ पाकिस्तान की और से हथियारों और ड्रग्स को पानी के बहाव के साथ भेजने की कोशिश होती है. बीएसएफ के जवान लगातार पेट्रोलिंग करके इन्हीं तमाम गतिविधियों को रोकने में लगे हैं.
नदियों के रास्ते भी घुसपैठ
पंजाब के साथ जो पाकिस्तान की करीब 550 किलोमीटर की सीमा लगती है वहां पर तिहरे खतरे से बीएसएफ को रोजाना निपटना पड़ रहा है. जहां एक और जमीन के रास्ते घुसपैठ और हथियार भेजने की कोशिश लगातार होती रहती है तो वही ड्रोन के जरिए भारत की सीमा में हथियारों और ड्रग्स को पहुंचाया जाता है. इसके अलावा नदियों के रास्ते भी लगातार घुसपैठ के साथ ही हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई करने की साजिशें पाक रचता रहता है. दरअसल कई नदियां ऐसी हैं जोकि भारत से पाकिस्तान में दाखिल होती हैं और फिर वापस भारत की और लौटती हैं. इसी वजह से बीएसएफ के जवानों को इन तमाम इलाकों में पैनी नजर रखनी पड़ती है.
बीएसएफ को इस इलाके में जहां एक और सीमा की रक्षा दिन-रात करनी है तो वहीं बॉर्डर इलाके में रह रहे लोगों और खासतौर पर उन किसानों के मन में भी सुरक्षा की भावना और भरोसा बनाना है जोकि भारत की और से की गई फेंसिंग के दूसरी ओर जमीनों पर खेती करने के लिए जाते हैं.
लगातार होती है किसानों की भी चेकिंग
दरअसल, भारत की ओर से जीरो लाइन के आसपास की गई फेंसिंग के दूसरी ओर कई क्षेत्र हैं जहां पर किसान खेती करने के लिए जाते हैं. इन किसानों की बकायदा आते और जाते हुए चेकिंग की जाती है और खेती के दौरान भी बीएसएफ के जवान इन किसानों के साथ मौजूद रहते हैं ताकि दूसरी ओर से पाकिस्तान की जो सीमा है वहां पर पाक रेंजर्स या पाकिस्तान के लोग इन लोगों के साथ कोई प्रोपेगेंडा करके इनको ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई के लिए इस्तेमाल ना कर सकें. किसान भी मानते हैं कि बीएसएफ के साथ होने की वजह से उन्हें काफी सुरक्षित महसूस होता है. केंद्र सरकार ने जो बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का फैसला लिया है उससे पाकिस्तानी सीमा के आसपास रह रहे पंजाब के लोगों को काफी फायदा होगा.
राफ्ट के जरिए आना पड़ता है जवानों को
सतलुज नदी को पार करने के बाद हमारी टीम पहुंची फिरोजपुर में बीएसएफ की आखिरी चेक पोस्ट पर जोकि पाकिस्तान की सरजमी से चंद मीटर की ही दूरी पर है और यहां पर जवानों को सख्त हालात में दिन-रात ड्यूटी पर रहना पड़ता है. ये इलाका बीएसएफ के लिहाज से कितना संवेदनशील है उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर तीन और तो पाकिस्तान है और भारतीय जमीन तक पहुंचने के लिए भी सतलुज नदी को पार करके रॉफ्ट के जरिए जवानों को अपनी जमीन की रक्षा के लिए यहां आना पड़ता है.
हवा में मारकर गिराया जा सकता है ड्रोन
पिछले कुछ महीनों से लगातार पाकिस्तान पंजाब को टारगेट कर रहा है और ड्रोन के माध्यम से हथियारों की बड़ी खेप लगातार पंजाब की सीमा में पहुंचाई जाती है. हथियारों के अलावा ड्रग्स के कंसाइनमेंट पहुंचाने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसकी वजह से बीएसएफ ने भी अब ड्रोन की मूवमेंट से निपटने के लिए पुख्ता तैयारी कर ली है. बीएसएफ की तरफ से एंटी ड्रोन पेट्रोलिंग व्हीकल तैयार किए गए हैं, जिस पर लाइट मशीन गन के साथ लेजर लाइट्स लगाई गई हैं जोकि 500 मीटर की दूरी तक ड्रोन की मूवमेंट को स्पॉट कर सकती है और लाइट मशीन गन के द्वारा हवा में ही ड्रोन को मारकर गिराया जा सकता है. बीएसएफ के मुताबिक जब से लेजर लाइट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है तब से पाकिस्तान की और से ड्रोन की मूवमेंट में भी काफी कमी आई है.
जीरो डिग्री तापमान और धुंध में तैनात जवान
बीएसएफ के जवान किस कदर मुश्किल हालात में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं उसका अंदाजा फिरोजपुर की भारत-पाक सीमा से सटे इलाके की इस पेट्रोलिंग को देखकर किया जा सकता है जहां पर जीरो डिग्री तापमान और धुंध होने के बावजूद लगातार बीएसएफ के जवान पैदल ही कई किलोमीटर तक पूरी रात गश्त करते हैं. इन हालातों में जहां एक और इन्हें खतरा पाकिस्तान की और से है तो वही कोहरे की वजह से मौसम भी कई बार इनके लिए बड़ा खतरा बन जाता है.
कुल मिलाकर जिस तरह से बीएसएफ दिन-रात पाकिस्तान की और से पंजाब के जरिए आतंक का रास्ता बना कर देश को दहलाने की साजिश रोकने के लिए मुस्तैद रहती है उससे ये भरोसा मिलता है कि भले ही नये साल का जश्न हो या कोई आम दिन, हर पल बीएसएफ के जवानों की आंखें देश की सीमाओं की रक्षा में लगी है और बीएसएफ के हाथों में देश पूरी तरह से सुरक्षित है.
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