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भारत ग्लोबल हो रहा, 21वीं सदी की ये सच्चाई - पीएम मोदी

Nilmani Pal
3 May 2022 1:09 AM GMT
भारत ग्लोबल हो रहा, 21वीं सदी की ये सच्चाई - पीएम मोदी
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दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन में भारतीयों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने देश के विकास को गति मिलने से लेकर लोकल फॉर वोकल, स्टार्टअप, डीबीटी के साथ अनुच्छेद 370 हटाने समेत अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने नाम लिए बिना विपक्षी कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश भी दिया. पीएम मोदी ने भारत माता की जय के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की और जर्मनी में रह रहे भारतीयों से मिलने के अवसर को अपना सौभाग्य बताया. पीएम मोदी ने कहा कि जर्मनी पहले भी आया हूं. आप में से कई लोगों से मिला भी हूं. यहां युवा अधिक नजर आ रहे हैं जिसकी वजह से युवा जोश भी है. जर्मनी में भले ही भारतीयों की संख्या कम है लेकिन आपके स्नेह में, आपके जोश में कोई कमी नहीं है. ये दृश्य जब हिंदुस्तान के लोग देखते हैं तो उनका भी मन गर्व से भर जाता है.

पीएम मोदी ने कहा कि जब कोटि-कोटि भारतीयों की बात करते हैं तो उसमें केवल भारत में रह रहे लोग ही नहीं, आप भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि21वीं सदी का ये समय भारत के लिए, हम भारतीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. आज का भारत मन बना चुका है, संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है. आप भी जानते हैं कि जब किसी देश का मन बन जाता है तो वो देश नए रास्तों पर भी चलता है और मनचाही मंजिलों को प्राप्त करके भी दिखाता है.

पीएम मोदी ने कहा कि सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी. ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया. भारत की जनता ने वैसी ही सरकार चुनी है, जैसी उसे चाहिए थी. जानता हूं कि उम्मीदों का आसमान हमसे जुड़ा हुआ है. मेहनत की पराकाष्ठा करके इन उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश कर रहा हूं. भारत ने मन बना लिया है. उसे पता है कि कहां जाना है, कैसे जाना है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने तीन दशकों की राजनीतिक अस्थिरता को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया. भारत के मतदाताओं ने 30 साल बाद 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी. भारत नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. भारत के मतदाताओं को वोट की ताकत पता है. भारत अब समय नहीं खोएगा. देश जब आजादी के सौ साल का जश्न मना रहा होगा, तब जिस ऊंचाई पर होगा, उसके लक्ष्य निर्धारित करते हुए तेज गति से आगे बढ़ रहा है. भारत में ना कभी साधनों की कमी रही ना संसाधनों की. एक दिशा तय की लेकिन बहुत सारे जो परिवर्तन होने चाहिए थे, वे नहीं हुए और किसी न किसी कारण से हम पीछे छूट गए.

पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों का आत्मविश्वास कुचला था, उसकी भरपाई का एक ही उपाय था जन-जन में आत्म गौरव भरना. इसके लिए जनता में सरकार के प्रति भरोसा बनना जरूरी था. अंग्रेजों की परंपरा के कारण भरोसे की खाई थी. सुधारों के लिए ईच्छाशक्ति जरूरी है. जहां जरूरत हो, वहां सरकार का अभाव न हो. जहां जरूरत ना हो, वहां सरकार का प्रभाव न हो. हम लोगों के जीवन से सरकार का दखल हटा रहे हैं. उन्होंने ट्रांसफार्म और डेवलपमेंट के साथ रिफॉर्म की भी चर्चा की और कहा कि इसके लिए जनता की भागीदारी जरूरी है.

पीएम मोदी ने कहा कि देश आज हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहले जहां जाइए, वर्क इन प्रोग्रेस का बोर्ड लगा होता था. अब देश भी वही है, फाइल भी वही है, सरकारी मशीनरी भी वही है लेकिन देश बदल गया है. अब भारत छोटा नहीं सोचता. भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी सबसे तेज है. 6 लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा चुका है. अब 5जी आने वाली है. उन्होंने कहा कि भारत आज छोटा नहीं सोचता. रियल टाइम पेमेंट में सबसे अधिक भागीदारी भारत की है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बड़ी संख्या में लोगों के खाते में सीधे लाभ पहुंचा है. बिना किसी बिचौलिए के. कोई कट मनी नहीं. अब किसी प्रधानमंत्री को नहीं कहना पड़ेगा कि एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसे पहुंचता है. नाम लिए बगैर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था.

पीएम ने कहा कि नया भारत आपका फ्यूचर सिक्योर करने को लेकर ही नहीं सोचता, रिस्क लेता है. उन्होंने स्टार्टअप की भी चर्चा की और कहा कि 2014 से पहले दो-चार सौ स्टार्टअप थे. आज भारत में 68 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं. पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात का सीएम रहते जब बाबुओं से पूछता था कि बेटे-बेटियां क्या कर रहे हैं तो जवाब मिलता था कि आईएएस की तैयारी करते हैं. आज जब भारत सरकार के बाबुओं से पूछता हूं तो जवाब मिलता है कि वो तो स्टार्टअप में लग गया.

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