संसद में जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में शामिल हुए। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नए नाम INDIA पर तंज कसा और कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया था और इंडियन मुजाहिदीन में भी इंडियन है लेकिन सिर्फ इंडिया नाम रखने से इंडिया नहीं हो जाता। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन है।
'देश का नाम इस्तेमाल कर लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता'
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष हताश और निराश है और उसके आचरण से पता चलता है कि उन्होंने लंबे समय तक विपक्ष में रहने का ही मन बना लिया है। ईस्ट इंडिया कंपनी और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे नामों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल देश का नाम इस्तेमाल करके ही लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 'विपक्षी पार्टियों ने इंडिया नाम, लोगों को गुमराह करने के लिए रखा है। विपक्ष, सत्ता में नहीं आना चाहता। लोगों को गुमराह करने के लिए ही इंडिया नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया है....विपक्ष दिशाहीन है। ऐसा लग रहा है कि विपक्ष ने मन बना लिया है कि उन्हें लंबे समय तक विपक्ष में ही रहना है।'
देश को हमसे बहुत उम्मीदें
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया में भारत की छवि काफी बेहतर हुई है और हम इस दिशा में काम करने के लिए समर्पित हैं। प्रधानमंत्री ने अमृत काल के खत्म होने तक यानी 2047 में तक हम देश को विकसित देश बनाएंगे। देशवासियों को हमसे बड़ी उम्मीदें हैं और विपक्ष ये बात जानता है कि वह सत्ता में नहीं आने वाला। पीएम ने कहा कि आने वाले दिनों में विपक्ष और टूटेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि लोगों के समर्थन से 2024 के चुनाव में भी भाजपा सत्ता में आएगी। अगले कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। सदन में विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए रणनीति बनाने के लिए भाजपा ने संसदीय दल की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में ही पीएम मोदी ने विपक्ष पर तीखे हमले किए।
'चेहरे कुछ और सच्चाई कुछ और'
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमें अपने पीएम पर गर्व है। हम 2024 में सत्ता में वापस आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना विदेशी नागरिकों ने की थी। आज लोग इंडियन मुजाहिदीन और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे नामों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन ये चेहरे कुछ दिखाते हैं और सच्चाई कुछ और है।