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भारत-फ्रांस-ऑस्ट्रेलिया: हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर तीनों देश करेंगे त्रिपक्षीय वार्ता

Kunti Dhruw
2 April 2021 6:17 PM GMT
भारत-फ्रांस-ऑस्ट्रेलिया: हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर तीनों देश करेंगे त्रिपक्षीय वार्ता
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13 अप्रैल को त्रिपक्षीय वार्ता करेंगे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: भारत, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री 13 अप्रैल को त्रिपक्षीय वार्ता करेंगे। इस वार्ता में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बैठक में कोरोना वायरस के असर से निपटने सहित अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग करने पर भी चर्चा हो सकती है।ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मरीसे पायने और फ्रांस के विदेश मंत्री जीन वेस ली ड्रायन रायसीना डायलॉग में हिस्सा लेने के लिए 12 अप्रैल को भारत दौरे पर आने वाले हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया 'क्वाड' गठबंधन का हिस्सा हैं जिसका उद्देश्य स्वतंत्र व समग्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करना है। जापान व अमेरिका भी क्वाड के सदस्य हैं।

चीन ने किया है 'क्वाड' गठबंधन का विरोध
पड़ोसी देश चीन ने अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के 'क्वाड' गठबंधन को लेकर तगड़ा विरोध जताया है। चीन का कहना है कि वह 'क्वाड' गठबंधन का दृढ़ता से विरोध करता है और उसने अमेरिका से 'बिना बात के विवाद' से बचने और क्षेत्र की शांति व स्थिरता को बनाए रखने के लिए और अधिक योगदान देने के लिए कहा था।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल रेन गुओकियांग ने मार्च में हालिया क्वाड शिखर सम्मेलन और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के उस कथित बयान के बारे में यह कहा। जैक सुलिवन ने कहा था कि क्वाड देशों के नेताओं ने चीन द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों पर चर्चा की और उन्हें इसके बारे में कोई भ्रम नहीं है।
रेन ने कहा था कि चीन, अमेरिका द्वारा बढ़ावा दिए जा रहे चार पक्षीय तंत्र का दृढ़ता से विरोध करता है क्योंकि यह शीतयुद्ध की मानसिकता का अनुसरण करता है। बता दें कि मार्च महीने के मध्य में हुई डिजिटल शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा शामिल हुए थे। भारत, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री 13 अप्रैल को त्रिपक्षीय वार्ता करेंगे। इस वार्ता में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा।
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