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भारत ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में रच डाला इतिहास, तोड़ डाला पाकिस्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड

Admin Delhi 1
26 April 2022 1:16 PM GMT
भारत ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में रच डाला इतिहास, तोड़ डाला पाकिस्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड
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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड न्यूज़: भारत ने एक बार फिर से दुनिया में अपना परचम लहरा दिया है। भारत नें एक साथ दुनिया में सबसे ज्यादा झंडे लहराकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया। भारत ने अपने पड़ोसी देश के 18 साल पुराने वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

भोजपुर में 78220 लोगों ने लहराए तिरंगे: केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अनुसीर बिहार के भोजपुर में 23 अप्रैल को 'वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। उस समय 78हजार 220 लोगों ने एक साथ तिरंगे झंडे लहराए। इस प्रयास को प्रोग्राम में मौजूद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness Book of World Records) के प्रतिनिधियों ने देखा।उन्होंने उपस्थित लोगों की शारीरिक पहचान के लिए बैंड पहनने के लिए कहा था।

तोड़ दिया पाकिस्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड: इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम था। क्योंकि 18 साल पहले 56 हजार पाकिस्तानियो ने एक साथ अपना राष्ट्रीय ध्वज फराकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया, "महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती के मौके पर 23 अप्रैल को जगदीशपुर (Jagdishpur) में पूरे 5 मिनट तक भारतीय राष्ट्रीय ध्वज (Indian national Flag) लहराया गया। झंडा लहराने का यह प्रोग्राम 'विजयोत्सव कार्यक्रम' (Vijayotsav Program) का हिस्सा था।

गिनीज बुक में दर्ज हुआ भारत का नाम: बिहार में 78हजार 220 लोगों ने 5 मिनट तक राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस आंकड़े की पुष्टि गिनीज बुक (Guinness Book of World Records) की टीम ने की, जिसने बाद में सर्टिफिकेट जारी कर इस वर्ल्ड रिकॉर्ड की पुष्टि की।

वीर कुंवर सिंह की याद में हुआ कार्यक्रम: वीर कुंवर सिंह (Veer Kunwar Singh) एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने 23 अप्रैल, 1858 को जगदीशपुर के पास अपनी आखिरी लड़ाई लड़ी और इस लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी को हरा दिया। उन्होंने जगदीशपुर किले से यूनियन जैक का झंडा उतार दिया था। इसके बाद राष्ट्र की सेवा करते हुए कुंवर सिंह की मृत्यु हो गई थी।

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