रीवा। शुक्रवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नडडा की आमसभा थी। यह सभा जहां 07 दिसंबर 2022 से अधिवक्ता एवं समाज सेवी विजय मिश्रा द्वारा बिजली आन्दोलन चलाया जा रहा है में रखी गई थी। उस स्थल से अभद्र व्यवहार कर हटाये जाने के सवाल पर विजय मिश्रा ने कहा कि एक दिन पहले गुरुवार को सभा स्थल बनवाने वाले विवेक जी ने स्वयं आकर कहा था कि अपको हटने की जरूरत नहीं है। आपका धरना 5.30 तक रहेगा, नड्डा जी का प्रोग्राम 6 बजे के बाद शुरू होगा। इसलिए हम शुक्रवार को जब 10.30 पर बैठे तभी संभवतः बाहरी दो व्यक्ति गले में भाजपा का मफलर डाले आए तथा अभद्र तरीके से हटने को बोले। हम चुपचाप वहां से हटकर कमिश्नर के गेट के सामने बैठ गये।
विजय मिश्रा ने कहा कि धरना स्थल पर कई बार कांग्रेस की सभा हुई। हम स्वत: हट कर सामने बैठ गये। इंजी.राजेन्द्र शर्मा देखकर भी कभी बिजली आन्दोलन में नहीं आए। इतना ही नहीं जिन केजरीवाल जी की हम फोटो लगाकर 305 दिन बैठे रहे। केजरीवाल जी 285 वें दिन रीवा आए लेकिन धरना स्थल पर नहीं आए न ही आन्दोलन के बावत बोले। संचालन करने वाले पंकज सिंह जी उसी दिन धरना स्थल में आकर फोटो खिचाए लेकिन एक भी शब्द आन्दोलन बावत नहीं बोले। इतना ही नहीं दिल्ली से बिजली आन्दोलन बंद करने के लिए इतना दबाव डाला गया कि हमने पार्टी का बैनर हटा दिए।विजय मिश्रा ने कहा कि सभी पैसे वाले प्रत्याशियों को मध्यम एवं गरीब वर्ग की पीड़ा से कोई मतलब नहीं है।
विदित हो कि कई धरना-प्रदर्शनों व पदयात्राओं के लिए विख्यात विजय मिश्रा लगभग 11 महीने से म०प्र०में विधुत विभाग की लूट के 24 प्रकरण अधिकारियों को देकर दोषी विधुत कर्मचारियों पर एफआईआर की मांग को लेकर बैठे हैं। 11 महीने में जांच पूरी नहीं हुई तथा विधुत विभाग में आग लगने से समस्त दस्तावेज जल गये। अब जांच कैसे होगी ?
शुक्रवार को अनशन के 331 वें दिन धरने के समर्थन में समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा, सपाक्स रीवा विधानसभा प्रत्याशी डा.तोषण सिंह, सपाक्स जिला अध्यक्ष हिमांशु शुक्ला,सपाक्स मीडिया प्रभारी संजय सिंह,राजकुमार सिंह,विष्णु सोनी,राजेश कुमार चतुर्वेदी,मनीष शर्मा,प्रथम अमिलीय,मालिक अमिलीय,अमित विश्वकर्मा,दुर्गेश तिवारी,प्रकाश श्रीवास्तव,एड.भारतद्वाज पटेल,ओंकार कुशवाहा,हारुन अंसारी, पी.वासुदेवन आदि क्षेत्रवासी रीवा कमिश्नर कार्यालय के गेट के सामने धरना स्थल में उपस्थित हुए।