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डेंगू और जापानी इन्सेफेलाइटिस के मामलों में हुई वृद्धि

jantaserishta.com
6 Aug 2023 9:30 AM GMT
डेंगू और जापानी इन्सेफेलाइटिस के मामलों में हुई वृद्धि
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गुवाहाटी: बीते कुछ वर्षों में, असम में डेंगू और जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) सहित मच्छर जनित बीमारियों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जो महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं और चिंता का कारण हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मानसून सीजन में मच्छर जनित बीमारियों ने 15 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। हर एक जिला प्राधिकरण हाई अलर्ट पर है और मेडिकल कॉलेजों ने बीमारी के प्रकोप से निपटने के लिए उचित कदम उठाए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, असम में हर साल जुलाई से सितंबर तक जापानी इन्सेफेलाइटिस के मामले सामने आते हैं, लेकिन इस साल जुलाई के मध्य में मामले सामने आने लगे। संक्रमित क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छर, विशेष रूप से क्यूलेक्स ट्राइटेनियोरिंचस, जापानी इन्सेफेलाइटिस वायरस फैलाने के लिए मनुष्यों को काटते हैं। धान के खेतों, जल स्रोतों और सुअर के आवासों के पास के स्थान अधिक संवेदनशील होते हैं तथा आमतौर पर वहां इस बीमारी के फैलने की संभावना अधिक होती है।
डॉक्टरों के अनुसार, जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) से पीड़ित व्यक्ति में आमतौर पर या तो कोई लक्षण नहीं होंगे या केवल मामूली लक्षण होंगे। बुखार और सिरदर्द मध्यम लक्षण हैं, जबकि मतली, उल्टी, गर्दन में अकड़न, बोलने में बाधा और स्पास्टिक पैरालिसिस गंभीर लक्षण हैं। इसकी रोकथाम के लिए लोगों को लंबी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए, मच्छरदानी, कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए। जमा पानी, नालियों को साफ करना चाहिए और अपने घरों के आसपास स्वच्छ वातावरण बनाए रखना चाहिए।
साल 2006 में असम में जेई से संबंधित सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं। इस बीमारी के कारण लगभग 1,500 मौतें हुईं। पिछले साल जुलाई और अगस्त में भी जेई जैसी बीमारियों ने 77 लोगों की जान ले ली थी।
इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जेई के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए तैयार है। हर सरकारी अस्पताल में ऐसे मरीजों के लिए अलग से बेड की व्यवस्था की गई है। मच्छरों को मारने के लिए बाहरी क्षेत्रों में फॉगिंग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि अब तक 254 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। अकेले गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जीएमसीएच) में पांच लोगों की मौत हो गई है। कई लोग विभिन्न अस्पतालों में गंभीर हालत में हैं। इसलिए आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
इस बीच, जीएमसीएच के अधीक्षक अभिजीत शर्मा ने कहा कि राज्य में जापानी एन्सेफलाइटिस के साथ-साथ डेंगू का भी प्रकोप है और लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
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