राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की हवा एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। इसके चलते यहां तत्काल प्रभाव से ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रेप) का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। गैर जरूरी निर्माण व तोड़-फोड़ कार्यों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। ग्रेप लागू करने के लिए जिम्मेदार उप समिति की बैठक में यह फैसला किया गया और एनसीआर के सभी राज्यों को इसे लागू करने के लिए कहा गया है।
25 दिन बाद फिर लगा प्रतिबंध
दिल्ली में इससे पहले पांच दिसंबर को ग्रेप का तीसरा चरण लागू किया गया था और इसके 25 दिन बाद शुक्रवार को एक बार फिर से इसे लागू किया गया है।
ये सब बंद…
गैर अनिवार्य श्रेणी के सभी निर्माण
स्टोन क्रशर, खनन और ऐसी गतिविधियां
ईंट भट्ठे, औद्योगिक गतिविधियां
ईंधन से चल रहे हॉट मिक्सिंग प्लांट
अगले छह दिन दिल्ली का प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में रहने का अनुमान
गुरुवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 306 दर्ज किया गया था। वहीं यह आंकड़ा बुधवार को एक्यूआई 321 था। फरीदाबाद का सूचकांक दिल्ली के मुकाबले अधिक रहा था, जबकि बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, चरखी दादरी, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गुरुग्राम का सूचकांक दिल्ली से कम बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। सफर का पूर्वानुमान था कि अगले छह दिन तक दिल्ली का प्रदूषण स्तर बेहद खराब श्रेणी में रह सकता है। आने वाले दिनों में धुंध छाए रहने व ठंड बढ़ने से एक बार फिर प्रदूषण स्तर में बढ़त का अनुमान जताया था।