एमपी। मुख्यमंत्री के संसदीय क्षेत्र रहे विदिशा जिले के सिरोंज में एक प्रायमरी स्कूल में शिक्षक शराब के नशे में धुत्त अवस्था में पहुंचा। स्कूुल का ताला लगा था और बच्चे स्कूल के बाहर खड़े थे। इस पर ग्रामीणों ने शिक्षक को कलेक्टर से शिकायत करने की धमकी दी लेकिन वह इतने नशे में थे कि उनके मुंह से शब्द भी बमुश्किल निकल रहे थे। आश्चर्यजनक बात यह है कि घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अब तक विभाग ने कोई प्रारंभिक कार्रवाई तक नहीं की है। विदिशा जिले की सिरोंज तहसील के ग्राम भिंयाखेड़ी में प्रायमरी स्कूल है जिसके प्रभारी शिक्षक प्रकाश सिंह अहिरवार हैं। शुक्रवार को दोपहर बारह बजे तक स्कूल का ताला लगा था और प्रकाश सिंह उस समय लड़खड़ाते हुए कदमों से स्कूल पहुंचे। स्कूल के बच्चे कैंपस में ही मस्ती कर रहे थे और स्कूल खुलने का इँतजार कर रहे थे। जब प्रभारी शिक्षक प्रकाश सिंह वहां नशे की हालत में पहुंचे तो लोगों ने वीडियो बना लिया।
नशे की हालत में मध्यान्ह में पहुंचे प्रभारी शिक्षक प्रकाश सिंह अहिरवार की हरकत पर ग्रामीणों ने उन्हें कलेक्टर को शिकायत करने की धमकी दी लेकिन वे हंसते रहे। वे इस कदर नशे में थे कि सीधे खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। जब उनसे ग्रामीणों ने पूछा कि दोपहर के 12 बज रहे हैं औऱ अब तक ताला नहीं खुला तो वे कहने लगे कि राकेश को चाबी दे गए थे। गांव वालों ने उऩसे कहा कि राकेश कौन है तो उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षक है। इसी बीच राकेश जब वहां पहुंचा तो गांव वालों ने उसे स्कूल नहीं खोलने देने को कहा और इसकी शिकायत करने की धमकी दी। मगर नशे में धुत्त प्रकाश सिंह के मुंह से शब्द नहीं निकल रहे थे तो वे मुस्कुराते रहे।
शुक्रवार की इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद भी विभाग ने शनिवार शाम तक कोई कार्रवाई नहीं की है। जिला शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार मुदगिल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार को उन्होंने बीआरसी व संकुल प्राचार्य को स्कूल में जांच के लिए भेज दिया था। उनका जांच प्रतिवेदन आएगा तो कार्रवाई की जाएगी। मुदगिल ने कहा जानकारी मिली है कि प्रकाश सिंह अहिरवार नशे में स्कूल पहुंचने का आदी है तो उसकी विभागीय जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।