भारत

मुकेश अंबानी और लावारिस स्कार्पियो मामले में ATS ने की सचिन वझे से कड़ी पूछताछ, मनसुख मौत मामले में भी किये कई सवाल

Admin2
13 March 2021 3:29 PM GMT
मुकेश अंबानी और लावारिस स्कार्पियो मामले में ATS ने की सचिन वझे से कड़ी पूछताछ, मनसुख मौत मामले में भी किये कई सवाल
x
मुंबई से बड़ी खबर

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर बीते दिनों एक स्कॉर्पियो कार बरामद की गई थी. इस कार में जिलेटिन के रॉड्स भी बरामद किए गए थे. इस मामले के सामने आने के रोज नए-नए खुलासे हो रहे है. मुंबई क्राइम ब्रांच के हटाए गए पुलिस अधिकारी सचिन वझे से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई. इस कड़ी पूछताछ में उनका बयान भी दर्ज किया गया. एटीएस की टीम के अधिकारी ने उनसे मनसुख की मौत से संबंधित भी सवाल पूछे. सचिन वझे ने सवालों के जवाब में कहा कि उनका मनसुख की मौत से कोई लेना-देना नहीं है.

मनसुख की हत्या बात बुनियाद
उन्होंने ATS को बताया कि मनसुख को स्कॉर्पियो चलानी नहीं आती थी. इसलिए उनके पास मनसुख की स्कॉर्पियो रखी थी जो बाद में उन्होंने वापस कर दी. उन्होंने कहा कि गाड़ी के रिपेयरिंग के चक्कर मनसुख से मिले थे और बाद में दोनों की अच्छी पहचान हो गई थी. दोनों ही ठाणे में रहते थे. उन्होंने पूर्व नगरसेवक और शिवसेना नेता धनंजय गावडे को पहचानने से इनकार कर दिया है. उन्होंने मनसुख की हत्या करने वाली बात को बेबुनियाद बताया.
मनसुख की पत्नी ने वझे को जिम्मेदार ठहराया
गौरतलब है कि मनसुख की पत्नी विमला हिरेन ने अपनी पति की मौत के लिए पुलिस अधिकारी सचिन वझे को जिम्मेदार ठहराया है. दूबारा पूछताछ में मनसुख की पत्नी विमला हिरेन ने कहा कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर रखे गए विस्फोटक की साजिश तिहाड़ में रची गई थी. साजिश के तार दिल्ली की तिहाड़ जेल से जुड़ रहे हैं. सूत्रों ने इसकी पुष्टि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के उस सीक्रेट इनपुट से की है, जो दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भेजा गया है.टेलीग्राम ऐप पर संदेश में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान करने की मांग की गई और एक लिंक भी उसमें दिया गया था. अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि लिंक उपलब्ध नहीं था, जिसके बाद जांच करने वाले अधिकारियों को संदेह हुआ कि किसी ने शरारत की है.
मनसुख हिरन की संदिग्ध हालात में मौत
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जैश-उल-हिंद का एक और संदेश 28 फरवरी को आया था, जिसमें दावा किया गया कि घटना में संगठन की कोई भूमिका नहीं थी. आरंभ में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मामले में जांच शुरू की. कार के मालिक मनसुख हिरन की संदिग्ध हालात में मौत के बाद मामले को महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) को स्थानांतरित कर दिया गया था. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने विस्फोटक लदी गाड़ी की बरामदगी के मामले में जांच का जिम्मा सोमवार को अपने हाथ में ले लिया.
मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक मिला
आपकों बता दें कि 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर विस्फोटक से लदी एक एसयूवी मिली थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक 26 फरवरी को टेलीग्राम ऐप पर चैनल शुरू किया गया और अंबानी के आवास के बाहर गाड़ी लगाने के लिए जिम्मेदारी लेने वाला संदेश 27 फरवरी की रात को ऐप पर पोस्ट किया गया था. टेलीग्राम ऐप पर संदेश में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान करने की मांग की गई और एक लिंक भी उसमें दिया गया था.
Next Story