राजस्थान के सबसे बड़े SMS हॉस्पिटल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब पता चला कि एक शख्स ने अस्पताल के इलेक्ट्रिक रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली की। बताया जा रहा है कि मृतक अपने भाई के साथ अस्पताल में दो दिन पहले खुद को दिखाने आया था। हैरान करने वाली बात यह रही कि घटना को दो दिन हो गए, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। बता दें कि इस अस्पताल में धनवंतरी ओपीडी बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर वैक्सीनेशन सेंटर भी बनाया गया है, जिसकी छत पर इलेक्ट्रिक रूम बना रखा है। घटना की बारे खुलासा तब हुआ, जब अस्पताल में बिजली सप्लाई से जुड़ी समस्या को सही करने अस्पताल का कर्मचारी इस कमरे में गया था।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम प्रभुदयाल है और वह जयपुर जिले की जमवारामगढ़ तहसील में भट का बास गांव का रहने वाला था। वह कई दिनों से मानसिक रूप से बीमार चल रहा था। दो दिन पहले 8 मार्च को मृतक को उसका बड़ा भाई एसएमएस अस्पताल की धनवंतरी ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए गांव से लेकर आया था। लेकिन रिसेप्शन पर पर्ची बनवाने के दौरान ही वह गायब हो गया था। ऐसे में काफी ढूंढने के बाद जब वह नहीं मिला तो उसके भाई महेंद्र ने मोतीडूंगरी थाने में दोपहर बाद गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बाद में युवक का शव इलेक्ट्रिक केबल से फंदा बनाकर लटका नजर आया। तब अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी गई। इसके बाद मोतीडूंगरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर मोर्चरी पहुंचाया। खुदकुशी की वजह सामने नहीं आई है। दो दिन पहले उसकी मोतीडूंगरी थाने में गुमशुदगी दर्ज हुई थी।
SMS अस्पताल चौकी के एएसआई राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि मृतक की तलाश के दौरान अस्पताल परिसर और आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज देखी गई थी। लेकिन वह कहीं नहीं दिखा था। उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन के मुताबिक इस इलेक्ट्रिक रूम में तभी कोई जाता है जब बिजली की सप्लाई में फॉल्ट होता है। ऐसे में आज जब कर्मचारी वहां पहुंचा तो वहां एक शख्स को फांसी के फंदे पर लटका पाया। इसके बाद पुलिस ने उसकी शिनाख्त की तो पूरा मामला सामने आया। वहीं, बेटे की मौत की सूचना मिलने पर परिजन रोते बिलखते मौके पर पहुंचे। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।