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देश में 'ई-संजीवनी' ऐप से 55 लाख से ज्यादा लोगों ने कराया घर बैठे फ्री में इलाज

Kunti Dhruw
28 May 2021 11:12 AM GMT
देश में ई-संजीवनी ऐप से 55 लाख से ज्यादा लोगों ने कराया घर बैठे फ्री में इलाज
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कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को हो रही है

कोरोना काल में सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को हो रही है जो नॉन कोविड हैं और इलाज (Non-Covid Patient Treatment) के लिए अस्पताल नहीं जाना चाहते हैं. ऐसे मरीजों को इस बात का डर सता रहा होता है कि अस्पताल में नॉन कोविड इलाज के लिए भी गए तो कहीं संक्रमित नहीं हो जाएं. ऐसे मरीजों को सहुलियत देने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से ई- संजीवनी योजना(E-Sanjeevani App) की शुरुआत की गयी है. जिससे देश के लाखों लोग अपनी बीमारी का इलाज महज एक फोन कॉल पर करवा पा रहे हैं.

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक इस प्लेटफॉर्म पर 55 लाख 36 हजार से ज्यादा कंसल्टेशन किया जा चुका है. सातों दिन चलने वाली इस ओपीडी वाले प्लेटफॉर्म पर देशभर के कुल 18 हजार 200 डॉक्टर हैं. इसमें पेशेंट टू डॉक्टर 32 लाख 36 हजार और 23 लाख डॉक्टर टू डॉक्टर कंसल्टेशन हुआ है. इसमें 370 से ज्यादा ओपीडी हैं और रोज़ाना 1600 से ज्यादा डॉक्टर ओपीडी में मरीजों को परामर्श देते हैं.
ईएनटी विशेषज्ञों के पास आ रहे ब्लैक फंगस के ज्यादा मामले
फिजीशियन डॉ सुबला बंसल ने बताया कि हमारे पास आजकल कोविड से संबंधित ज्यादा लोगों की क्वेरी आ रही है. अगर हम 100 केस की बात करें तो उसमें से लगभग 75 केस कोविड के आते हैं. इसके बाद डायबटीज और दूसरी बीमारियों के भी लोग हमसे कंसल्ट करते हैं. वहीं ईएनटी विशेषज्ञ डॉ शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि हमारे पास जितने भी टेलीकॉलर आ रहे हैं उनमें से अधिकतक ब्लैक फंगस के मामले हैं. कोविड से रिकवर हुए लोगों में यह काफी देखने को मिल रहा है.
राज्यों में है अलग-अलग नियम
देश में कुछ राज्य ऐसे हैं जहां 24 घंटे जबकि कुछ राज्यों में 12 घंटे तो कुछ राज्यों में तीन घंटे के लिए यह सुविधा उपलब्ध है. केरल मध्यप्रदेश में 24 घंटे, गुजरात, उत्तराखंड, केरल में 12 घंटे और बाकी जगहों पर ये ओपीडी सुबह 9 से 12 तक काम करती है. फिलहाल देश के 34 राज्यों में यह सुविधा उपलब्ध है. जबकि त्रिपुरा, नागालैंड, सिक्किम, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप में ये सेवा अभी नहीं है.
ऐसे बुक करें अपना अप्वाइंटमेंट
इस सुविधा का फ्यादा उठाने के लिए पहले आपको ई-संजीवनी ऐप अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करना होगा. इस एप को CDAC ने डिजाइन किया है. सबसे पहले अपने मोबाइल में आपको एप के माध्यम से अपना मोबाइल नम्बर डालना होगा. इसके बाद एक ओटीपी आएग उसे मोबाइल में फीड करना होगा. ओटीपी डालने करने के बाद पेशेंट रजिस्ट्रेशन और टोकन जनरेशन में नाम, पता, आयु संबंधी जानकारी दर्ज करनी होगी. अगर कोई रिपोर्ट, एक्स-रे आदि डाक्टर को बताना चाहते हैं तो उसे भी अपलोड करना होगा. यहां 'ओके' करने के बाद आपको पंजीकृत मोबाइल नंबर पर टोकन मिलेगा. जो कि मरीज की वेटिंग लिस्ट को दिखाता है.
किस डॉक्टर को दिखाना चाहते हैं?
जब आप मोबाइल में अपनी सभी जानकारी साझा कर रहे होते हैं तो आपको यह बताना होता है कि आप सामान्य या विशेष डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट चाहते हैं. इसके लिए संबंधित फार्म को भरना होगा. जैसे ही आप फार्म भरेंगे आपके पास समय बता दिया जाएगा कि कितने देर में और कब डॉक्टर से आपकी बात हो सकती है.
फ्री में पाएं अस्पताल से दवा
ई- संजीवनी एप के माध्यम से यदि आप डॉक्टरों को दिखाते हैं तो डॉक्टर जो भी दवा की पर्ची आपके मोबाइल पर भेजते हैं उसे डाउनलोड करते आप किसी भी सरकारी अस्पताल से मुफ्त में दवा पा सकते हैं. इतना ही नहीं यदि डॉक्टर किसी टेस्ट के लिए आपके लिखते हैं तो सरकारी अस्पताल में जाकर आप टेस्ट भी करवा सकते हैं.


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