पमरे द्वारा बिजली घरों में आपूर्ति के लिए मात्र ढाई माह में 3000 रैक से ज्यादा कोल अनलोडिंग और 250 रैक से ज्यादा कोल लोडिंग की गई
जबलपुर। भारतीय रेलवे सभी बिजली संयंत्रों के लिए कोयले की मुख्य आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। पमरे द्वारा प्रदेश के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति के लिए माल यातायात में कोयले की लोडिंग/अनलोडिंग के लिये अहम भूमिका निभाई जा रही है। ज्ञात है कि पमरे द्वारा वर्ष 2021-22 में कोल माल यातायात में 9993 रैक कोल अनलोडिंग और पिछले वर्ष 2020-21 में 7515 रैक कोल अनलोडिंग की तुलना में 2478 रैक कोल अनलोडिंग अधिक की गई थी। इसी प्रकार पमरे द्वारा इस वित्तीय वर्ष के अप्रैल से 25 जून 2022 तक माल यातायात कोल की 3284 रैक अनलोडिंग और 255 रैक कोल लोडिंग की गई है। जबकि गत वर्ष की तुलना में इस दौरान माल यातायात कोल की 64 रैक लोडिंग की गई है। जो की मात्र ढ़ाई माह में 191 रैक अधिक लोडिंग की गई है ।
पमरे द्वारा कोल माल यातायात को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख रेलखण्डों कटनी-बीना, बीना-कोटा एवं कटनी-सिंगरौली आदि पर प्रमुखता से परिवहन किया जा रहा है। जिससे मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के औद्योगिक एवं रहवासी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति के लिए कोल लोडिंग/अनलोडिंग पमरे द्वारा विभिन्न प्रमुख पॉवर प्लांट में पहुचाया जा रहा है। जिसमें प्रमुख कोल साइडिंग्स जेपीवीएन निवास रोड (कटनी-सिंगरौली), एनटीपीसी गाडरवारा (इटारसी-जबलपुर), पीएसएसएस बीड़ (इटारसी-खण्डवा), जेबीटीएस सेमरखेड़ी (बीना-कोटा), केपीआरजे झालावाड़ सिटी (रामगंजमंडी-झालावाड़ सिटी), एपीएलएस सालपुरा (कोटा-रुठियाई), पीसीएमसी मोतीपुरा चैकी (कोटा-रुठियाई) एवं जीटीपीएस कोटा गुरला (कोटा-मथुरा) सभी को पमरे द्वारा कोल की आपूर्ति की जा रही है।