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इस्तीफा देकर पाकिस्तान में बड़ा धरना प्रदर्शन कर सकते हैं इमरान खान

Nilmani Pal
8 April 2022 9:36 AM GMT
इस्तीफा देकर पाकिस्तान में बड़ा धरना प्रदर्शन कर सकते हैं इमरान खान
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इमरान खान (Imran Khan) को सुप्रीम कोर्ट ने भले ही झटका दिया हो, लेकिन वह अब फिर एक बार विपक्ष को सरप्राइज देकर हारी बाजी जीतने की कोशिश कर सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए आज शाम ही पीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं. इतना ही नहीं इमरान के साथ उनकी पार्टी PTI के सभी सांसद और विधायक (नेशनल और प्रांतीय असेंबली मिलाकर) मतलब पूरी ही पार्टी इस्तीफा देगी.

इसके साथ-साथ जो विधायक चुनाव तो PTI की टिकट पर जीते, लेकिन बाद में इमरान की पार्टी छोड़ दी. ऐसे विधायकों को भी अयोग्य मानकर पार्टी से निकाला जाएगा. अगर ऐसा होता है तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जो कल (शनिवार) अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है, वह नहीं होगी क्योंकि उससे पहले ही सरकार गिर जाएगी. दरअसल, अगर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई तो इमरान वैसे भी सत्ता से बाहर होंगे क्योंकि संसद के नंबर गेम में वह विपक्ष से पीछे हैं. लेकिन अगर इमरान पूरी पार्टी के साथ आज ही इस्तीफा दे देंगे तो कल नेशनल असेंबली की मीटिंग का कोई खास मतलब नहीं रह जाएगा क्योंकि पीएम, डिप्टी स्पीकर के खिलाफ ही यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है और वह अपने पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके होंगे.

कुछ रिपोर्ट्स के साथ-साथ पाकिस्‍तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी (PTI) के सांसद फैसल जावेद खान ने भी इशारा दिया है कि इमरान आज शाम अपने संबोधन में बड़ा ऐलान करेंगे. उन्होंने लिखा, 'इमरान खान इस वक्त मुश्किलों से घिरे हैं. जाहिर तौर पर विपक्ष सोच रहा है कि वह जीत गया, लेकिन वह हार गया है. वक्त बताएगा कि कप्तान (इमरान) आज शाम एक बड़ा फैसला लेंगे. वह लोगों को कभी निराश नहीं करेंगे.' जानकारी के मुताबिक, पीएम पद से इस्तीफा देकर इमरान खान देशभर में बड़ा धरना प्रदर्शन करेंगे. इसमें वह अपने लिए जनसमर्थन जुटाएंगे और उस धमकी भरे विदेशी पत्र की जांच की मांग उठाएंगे जिसका जिक्र वह पिछले कुछ महीनों से कर रहे हैं. दूसरी तरफ विपक्ष का दावा है कि अब इमरान खान देश छोड़कर भाग जाएंगे. बता दें कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इमरान खान को झटका दिया था. इसमें सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर के फैसले को असंवैधानिक बताया था और कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करना गलत था.


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