यूपी। अयोध्या, काशी व मथुरा पर विश्व हिन्दू परिषद आने वाले 6 महीने में किस कार्ययोजना पर काम करेगी यह तय करने के लिए अखिल भारतीय प्रन्यासी मंडल व केंद्रीय पदाधिकारियों की कोर कमेटी की बैठक शनिवार को अयोध्या के कारसेवकपुरम में होगी। इस बैठक में काशी, मथुरा के अतिरिक्त विहिप सरकारी संरक्षण से देश के मंदिरों की मुक्ति की भी कार्ययोजना बनाएगी। शुक्रवार की देर शाम परिषद के संरक्षक, अध्यक्ष व कार्यकारी अध्यक्ष समेत दो दर्जन से अधिक पदाधिकारी अयोध्या पहुंच गए।
कोर कमेटी की बैठक के बाद दुनिया भर के पचास से अधिक देशों व भारत के 45 प्रांतों के प्रमुख पदाधिकारी 28 फरवरी तक विभिन्न एजेंडे पर चर्चा करेंगे। विहिप के इस हाई प्रोफाइफल बैठक के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इसके पहले पिछले वर्ष 24 व 25 जून को रायपुर में यह केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई थी।
राममंदिर बनने के बाद विश्वभर में भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। खास कर यूके, यूएस, कनाड़ा, यूरोप, साउथ ईस्ट एशिया से आए विहिप के प्रतिनिधियों से वर्तमान स्थिति पर चर्चा की जाएगी। इन देशों में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद भारत के पक्ष बन रहे माहौल व आगे की रणनीति बनाई जाएगी। बताया जाता है कि इस पांच दिवसीय बैठक में कई तरह की रणनीति बनाई जानी है। जैसे देश में आने वाले समय में कैसे राममय माहौल बनाना है, इस्लामिक कट्टरता, लव जेहाद, धर्मांतरण व गोरक्षा जैसे परंपरागत एजेंडों पर बात होगी।