भारत

IMD ने बताया दिसंबर से फरवरी के बीच कैसा रहेगा देश के अलग-अलग हिस्सों का तापमान?

Gulabi
1 Dec 2021 12:20 PM GMT
IMD ने बताया दिसंबर से फरवरी के बीच कैसा रहेगा देश के अलग-अलग हिस्सों का तापमान?
x
देश के अलग-अलग हिस्सों का तापमान?
IMD Latest Update on Weather: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि दिसंबर से फरवरी तक तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, दक्षिण-आंतरिक कर्नाटक तमिलनाडु, इनर पुडुचेरी और केरल में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है. आईएमडी ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से कम बारिश (Rainfall) की संभावना है. इसलिए यहां का औसत तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है. वहीं पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में तापमान सामान्य रहने की संभावना है.
मौसम की जानकारी देने वाले विभाग ने आगे बताया कि इस बारे में बता पाना मुश्किल है कि पूर्व और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और गुजरात में तापमान (Gujarat Temperature) सामान्य से ऊपर या नीचे रहेगा, लेकिन अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की उम्मीद है. आईएमडी ने बताया कि दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में और हिमालय की तराई से लगने वाले कुछ इलाकों में आने वाले सर्दी के मौसम में न्यूनतम तापमान सामान्य या इससे अधिक रह सकता है.
नवंबर में सर्वाधिक बारिश दर्ज
आईएमडी के अनुसार, अक्टूबर और नवंबर महीने में उत्तर-पश्चिम भारत में 107 फीसदी, दक्षिणी प्रायद्वीप में 71 प्रतिशत और पूरे देश में 48 फीसदी अधिक बारिश हुई है. देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश हुई और 168 बार बहुत भारी बारिश हुई, जो पिछले पांच वर्षों में इस महीने में सर्वाधिक है (Rainfall in November). इस महीने में 11 बार अत्यधिक भारी बारिश (204.4 मिमी से अधिक) हुई, जो पिछले साल के आंकड़े के बराबर है. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश (64.5 मिमी से 115.5 मिमी) और 168 बार भारी बारिश (115.6 मिमी से 204.5 मिमी) हुई, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है.
कहां सबसे अधिक बारिश हुई?
प्रायद्वीपीय भारत में अत्यंत भारी बारिश से लेकर बहुत भारी बारिश हुई, जिसकी वजह से आंध्र प्रदेश में 44, तमिलनाडु में 16 , कर्नाटक (Karnataka) में 15 और केरल में तीन लोगों की मौत हो गई. मौसम विभाग ने बताया कि नवंबर में सामान्य बारिश 30.5 मिमी की तुलना में 56.5 मिमी हुई, यानी 85.4 फीसदी ज्यादा बारिश हुई. प्रायद्वीपीय भारत में 160 प्रतिशत ज्यादा बारिश (232.7 मिमी) हुई.
Next Story