गुजरात के अहमदाबाद जिले के एक गांव में देवर के साथ मिलकर अपने छह साल के बेटे की हत्या करने के आरोप में महिला और उसके देवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों ने सितंबर 2018 में विरमगाम तहसील के जालमपुरा गांव में हत्या को अंजाम दिया था, लेकिन उस समय पुलिस को बताया गया था कि बच्चा लापता हो गया है। पुलिस के मुताबिक बच्चे की मां जोशनाबेन कोली और उसके चाचा रमेश कोली को हत्या, सबूत मिटाने और आपराधिक साजिश के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को जांच में पता चला कि दोनों ने बच्चे का गला घोंटने के बाद उसके शरीर को जला दिया था और बाद में अवशेषों को नाले में फेंक दिया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, पुलिस को पहले यह बताया गया था कि 28 सितंबर 2018 को महिला का बेटा हार्दिक अपने घर से लापता हो गया था। उस समय बताया गया था कि हार्दिक अपने घर से बाहर चॉकलेट लेने के लिए गया था और फिर वापस नहीं लौटा। उसके बाद उसके परिजनों ने पुलिस में शिकायत की और दो दिन के बाद अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया था। तमाम कोशिशों के बाद पुलिस उसे ढूंढने में नाकाम रही थी।
अहमदाबाद (ग्रामीण) पुलिस की मानव तस्करी रोधी इकाई (एएचटीयू) के निरीक्षक उमेश धाखड़ा ने कहा कि हाल में गुजरात पुलिस के लापता बच्चों के मामलों को सुलझाने के अभियान के तहत विरामगम पुलिस ने बच्चे को नये सिरे से ढूंढने की कोशिश की और जांच में पूरा मामला सामने आया। उमेश धाखड़ा ने कहा, हमने मामले की नए सिरे से जांच करने के दौरान परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बच्चे की मां जोशनाबेन कोली और उसके चाचा रमेश कोली के बयानों में विरोधाभास दिखा, जिसको लेकर पुलिस को संशय हुआ।
उन्होंने बताया कि बच्चे को दोनों के अवैध संबंधों के बारे में पता चल गया था, इसलिए दोनों ने उसकी हत्या करने का फैसला किया। महिला अपने बच्चे को किसी बहाने से गांव के सुनसान इलाके में ले गयी, जहां उसका देवर पहले से मौजूद था। दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को जला दिया। उसके बाद शव के अवशेषों को नाले में बहा दिया। पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।