भारत

अवैध पिस्टल बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 3 सगे भाई गिरफ्तार

Deepa Sahu
4 July 2021 6:28 PM GMT
अवैध पिस्टल बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 3 सगे भाई गिरफ्तार
x
नोएडा क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम ने अवैध पिस्टल बनाने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है.

नोएडा क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम ने अवैध पिस्टल बनाने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों की पहचान गाजियाबाद निवासी आफताब, शकील और शहर के रूप में हुई है. पुलिस ने इन तीनों के कब्जे से 10 पिस्टल बरामद किए हैं. पुलिस ने इन तीनों की निशानदेही पर हथियार बनाने के लिए प्रयोग किए जाने वाली मशीन और औज़ार भी बरामद किए हैं

गौतम बुद्ध नगर के डीसीपी क्राइम अभिषेक झा के मुताबिक आरोपी गाजियाबाद के केला भट्टा में फैक्ट्री चला रहे थे, लेकिन पकड़े जाने की आशंका होने पर मेरठ शिफ्ट करने के लिए सामान लेकर ग्रेनो वेस्ट से गुजर रहे थे. आरोपी दिल्ली के हाशिम से पिस्टल बनाने का सामान खरीदते थे और मेरठ के रईस को 500 पिस्टल बेच चुके थे. खुलासा करने वाली टीम को पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने 40 हजार इनाम देने की घोषणा भी की है.
अवैध पिस्टल बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़
डीसीपी क्राइम अभिषेक ने बताया कि क्राइम ब्रांच को खबर मिली थी कि कार से अवैध पिस्टल बनाने का काम करने वाले आरोपी गुजरने वाले हैं. सूचना पर स्वाट टीम प्रभारी शावेज खान और बिसरख कोतवाली प्रभारी अनिता चौहान की टीम आरोपियों की तलाश में जुट गई.
पुलिस ने शाहबेरी के पास कार को रोककर चेकिंग की तो उसमें 10 पिस्टल और भारी मात्रा में हथियार बनाने का सामान मिला. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह मेरठ में नई फैक्ट्री लगाने के लिए ले जा रहे थे. इससे पहले वह गाजियाबाद में फैक्ट्री चला रहे थे. पिस्टल तैयार करने के लिए सामान दिल्ली निवासी हाशिम से लेते थे. जबकि पिस्टल को तैयार कर वह मेरठ निवासी रईस को बेचते थे.
500 पिस्टल की बिक्री कर चुके
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी एनसीआर में अब तक 500 पिस्टल की बिक्री कर चुके हैं. यह भी आशंका है कि इस गैंग ने दिल्ली-एनसीआर के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी भारी मात्रा में अवैध हथियारों की सप्लाई की है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 50 खोखा कारतूस, 30 जिन्दा कारतूस, 23 मैगजीन बरामद की हैं.
आरोपियों ने खुलासा किया कि हथियारों की असेम्बलिंग का माल वे दिल्ली में रह रहे सलीम से खरीदते थे. वहीं रविवार को उनकी रईस से मिलने की योजना थी ताकि एक और फैक्ट्री लगाई जा सके. ये पिस्टल विदेशी पिस्टल की तर्ज पर बनाते थे और फिर 1 लाख रुपये प्रति पिस्टल की दर पर बेचते थे. Live TV
Next Story