पप्पू फरिश्ता
4 जून को मोदी जीते तो उग्र प्रदर्शन की संभावना है। यह जानकारी सूत्रों ने दी है। कांग्रेस गठबंधन श्वङ्करू पर ठीकरा फोडक़र बड़े आंदोलन कर सकती है। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी अपने बड़े-बड़े नेताओं को तैयार रहने कहा है। बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया‘ के नेता पहली जून को साथ बैठने वाले हैं। गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक बुलाई है। बैठक में किस दल से कौन शामिल होगा, इसकी आधिकारिक तौर पर जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी नेता ममता बनर्जी बैठक से दूर रहेंगी। उन्होंने इसकी पुष्टि भी कर दी है। हालांकि वे प्रत्यक्ष तौर पर ऐसा किसी नाराजगी में नहीं करेंगी, बल्कि पहली जून को सातवें चरण के चुनाव का आखिरी दिन है। घटकदलों के राय मशवरा के बाद 1 जून को होने वाली बैठक टाली जा सकती है।
इसलिए उन्होंने कोलकाता में उस दिन बने रहना अपनी मजबूरी बताई है। विपक्ष के अन्य नेताओं में बिहार से आरजेडी के तेजस्वी यादव, तमिलनाडु से एमके स्टालिन, दिल्ली से अरविंद केजरीवाल और झारखंड से कल्पना सोरेन के बैठक में शामिल होने की पूरी संभावना है। अरविंद केजरीवाल अभी जमानत पर हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक उन्हें दो जून को सरेंडर करना है। चुनाव प्रचार के लिए सर्वोच्च अदालत ने उन्हें सशर्त जमानत दी थी।
बैठक का एजेंडा क्या है, इस बारे में भी अभी तक बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के परफार्मेंस की समीक्षा होगी। खरगे सबसे फीडबैक लेंगे कि किस राज्य से कितनी सीटें विपक्षी फोल्डर में आ रही हैं। इंडिया ब्लाक का अनुमान है कि उसे कम से कम 300 सीटें इस बार जरूर मिलेंगी और सरकार विपक्ष की बन जाएगी। संभव है कि केजरीवाल के जेल जाने से पहले खरगे संभावित सरकार के स्वरूप पर सहयोगियों से चर्चा करें।
हालांकि सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी सीटों के अलग-अलग दावे करते रहे हैं। कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश का दावा है कि छह चरण के मतदान के बाद ही विपक्षी गठबंधन को बहुमत से अधिक सीटें मिल चुकी हैं। सातवें चरण में कुछ और सीटें विपक्ष के खाते में जा सकती है। अगर रमेश के दावे में दम है तो नरेंद्र मोदी की सरकार गई और इंडिया ब्लाक की सरकार बननी तय है। दूसरी ओर भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पांचवें चरण तक ही 300 से 310 सीटें एनडीए को मिलने का अनुमान लगा रहे हैं।