भारत

इलाके में IED बम बरामद, जांच में स्पेशल सेल के हाथ लगा बड़ा सुराग

jantaserishta.com
19 Feb 2022 4:02 PM GMT
इलाके में IED बम बरामद, जांच में स्पेशल सेल के हाथ लगा बड़ा सुराग
x
पढ़े पूरी खबर

नई दिल्ली: गाजीपुर फूल मंडी और सीमापुरी इलाके से बरामद किए गए आईईडी के मामले में स्पेशल सेल को एक महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा है. स्पेशल सेल ने जांच के दौरान उस बाइक का पता खोज निकाला है, जिसके जरिए आईईडी लाया गया था. पुलिस का दावा है कि इस बाइक के माध्यम से ही स्लीपर सेल के आतंकी आईईडी को गाजीपुर फूल मंडी तक लेकर गए थे. पुलिस को इस बाइक का सुराग लगभग 800 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद मिला. पुलिस के सामने उन आतंकियों का पता लगाना सबसे महत्वपूर्ण काम है, जो आईईडी के माध्यम से दिल्ली को दहलाने की कोशिश कर रहे थे.

स्पेशल सेल के सूत्रों के अनुसार गाजीपुर फूल मंडी के गेट पर जब आईईडी बरामद किया गया तो पुलिस ने लगभग 800 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने का काम शुरू किया था. उसी दौरान पुलिस को एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक नजर आई थी, जिस पर 2 लोग सवार थे. उनके हाथ में एक बैग दिख रहा था. पुलिस ने क्रमानुसार उन सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला और पाया कि वह बाइक दिलशाद गार्डन और सीमापुरी की तरफ देखी गई है. इसके बाद पुलिस ने उस बाइक को तलाशने का काम जारी रखा और इसी दौरान दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन की पार्किंग से उस बाइक को लावारिस हालत में बरामद भी कर लिया. बाइक काफी दिनों से उस पार्किंग में खड़ी हुई थी
पुलिस का कहना है कि फिलहाल उन आतंकियों की तलाश की जा रही है, जो आईडी को गाजीपुर फूल मंडी में रख कर आए थे और साथ ही सीमापुरी के डी ब्लॉक में भी एक घर के अंदर आईडी के साथ छिपे हुए थे. पुलिस उन आतंकियों का स्केच भी तैयार करवा रही है. इस काम में उस प्रॉपर्टी डीलर की मदद ली जा रही है, जिसके माध्यम से आतंकियों ने मकान किराए पर लिया था. इसके साथ ही सीमापुरी डी ब्लॉक के मकान मालिक से भी आतंकियों के हुलिए के बारे में पूछताछ की जारी है.
दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन की पार्किंग के अटेंडेंट भूरे यादव ने बताया कि चार-पांच दिन पहले पुलिस छानबीन करते हुए आई थी और उसी दौरान पुलिस ने काले रंग की बाइक को बरामद किया था. भूरे यादव का कहना है कि बाइक काफी दिनों से पार्किंग में खड़ी हुई थी. उन्होंने यह भी बताया कि जब भी कोई बाइक आदि पार्किंग में आती है, तो अटेंडेंट उसे पर्ची काट कर दे देते हैं.
हर 15 से 20 दिन में पुलिस पार्किंग में चेकिंग के लिए आती है और अगर कोई ऐसा वाहन पार्किंग में मौजूद होता है, जो लंबे समय से लावारिस हालत में खड़ा है, तो उसकी जानकारी पुलिस को दे दी जाती है. उसके बाद पुलिस को जो भी कार्रवाई करनी होती है, पुलिस अपनी कार्रवाई करती है. पुलिस का कहना है कि दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन की पार्किंग से बरामद की गई काले रंग की स्प्लेंडर बाइक साल 2020 में शास्त्री पार्क इलाके से चोरी की गई थी.
Next Story