कोरोना काल की इस महामारी में धोखेबाजों ने ठगी के भी नए-नए फार्मूले खोज निकाले हैं. कहीं ये मास्टरमाइंड घर बैठे सस्ते में ऑक्सीजन गैस, कंसंट्रेटर की आपूर्ति करके लोगों को झांसे में फांस रहे हैं, तो कहीं घरों में सस्ते दाम पर आईसीयू इंस्टाल करने का झांसा देकर मुसीबत में फंसे लोगों को ठगने से बाज नहीं आ रहे हैं. ठगी के इन अधिकांश मामलों में लोगों को ये मास्टरमाइंड सोशल मीडिया माध्यमों के जरिए ही जाल में फांस रहे हैं. अब तक दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में हुए पुलिस एक्शन से ये बात सिद्ध हो चुकी है. हाल-फिलहाल उत्तरी जिला दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ऐसे ही जिस मामले का भांडाफोड़ किया है, वो अपने आप में कोरोना की इस लहर में अब तक का सबसे बड़ा धोखाधड़ी का मामला माना जा रहा है. गिरफ्तार महाठग बीटेक स्टूडेंट है, जिसे कई दिन पीछे लगने के बाद पंजाब के पठानकोट से पकड़ा गया है. आरोपी अब तक 47 लोगों को इंस्टाग्राम और व्हाट्स एप के जरिए ठग चुका है.