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कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट पर ICMR की स्टडी, 'वैक्सीनेट और नॉन वैक्सीनेट, दोनों लोगों को कर सकता है संक्रमित
Renuka Sahu
19 Aug 2021 4:26 AM GMT
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फाइल फोटो
कोरोना के नए मामलों में भले ही गिरावट दर्ज की जा रही हो लेकिन खतरा अभी पूरी तरीके से टला नहीं है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना (Corona Virus) के नए मामलों में भले ही गिरावट दर्ज की जा रही हो लेकिन खतरा अभी पूरी तरीके से टला नहीं है. कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को लेकर भी खतरा लगातार बना हुआ है. एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट वैक्सीनेट और नॉन वैक्सीनेट, दोनों तरह के लोगों को संक्रमित कर सकता है.
ये स्टडी ICMR की तरफ से चेन्नई में की गई है. इस स्टडी के मुताबिक डेल्टा वेरिएंट में इतनी क्षमता है कि ये वैक्सीन ले चुके और वैक्सीन नहीं लेने वाले, दोनों तरह के लोगों को संक्रमित कर सकता है. हालांकि इसमें वैक्सीन ले चुके लोगों के लिए मौत का खतरा काफी कम हो जाता है.
इससे पहले नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल डायरेक्टर डॉ एसके सिंह ने कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के प्रभाव और 'वेरिएंट्स ऑफ कंसर्न' को लेकर दो तरह के सर्विलांस बताएं थे. उन्होंने कहा था, 'हम 2 तरह की निगरानी कर रहे थे, पहला डेल्टा वेरिएंट के प्रभाव को लेकर निगरानी दूसरा बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.'
वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार देश में केरल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश डेल्टा प्लस स्टेट की श्रेणी में आते हैं. इन तीनों राज्यों से झारखंड आने वाले शत-प्रतिशत यात्रियों की कोरोना जांच की जाएगी. इसके लिए रेलवे के डीआरएम को जल्द पत्र भेजा जाएगा. तीनों राज्यों से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों का ब्योरा मांगा जाएगा. तीनों राज्यों से आने वाली ट्रेनों के झारखंड के जिन स्टेशनों पर ठहराव है, वहां उतरने वाले यात्रियों का ब्योरा लेकर उनकी जांच की जाएगी.
डेल्टा प्लस वेरिएंट के चलते आ सकती है तीसरी लहर
रिम्स के पल्मोनरोलॉजी विभाग के एचओडी सह कोविड नोडल अफसर डॉ ब्रजेश मिश्रा कहते हैं कि डेल्टा प्लस वेरिएंट फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से चिपकने के बाद श्वास तंत्र को काफी तेजी से नुकसान पहुंचाता है. यह वेरिएंट इसलिए भी ज्यादा डराने वाला है कि अन्य देशों में इसका प्रभाव पहले से देखा जा चुका है. अनुमान है कि तीसरी लहर डेल्टा प्लस वेरिएंट के चलते आ सकती है.
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