केंद्र सरकार के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के प्रमुख एनके अरोड़ा ने रविवार को कहा कि देश में कोरोना की तीसरी लहर दिसंबर तक टल सकती है। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि ICMR की स्टडी से पता चला है कि तीसरी लहर देश में देरी से आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा होने पर देश को टीकाकरण का समय मिल जाएगा। सरकार ने हर दिन 1 करोड़ डोज देने का लक्ष्य रखा है। सेंट्रल पैनल के चेयरमैन ने कहा, ''देश में सबको टीका लगाने के लिए हमारे पास 6-8 महीने का समय है।'' उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में सरकार हर दिन 1 करोड़ लोगों को टीका लगाएगी।'' उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी लहर डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से आएगी, ऐसा अभी नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, उन्होंने इससे इनकार भी नहीं किया।
डॉ. अरोड़ा ने पीटीआई से कहा, ''लहर नए वेरिएंट्स या नए म्यूटेशन से जुड़े होते हैं, इसलिए इसकी संभावना है, क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है। लेकिन यह तीसरी लहर लगाएगा, ऐसा कहना अभी मुश्किल है, क्योंकि यह दो या तीन चीजों पर निर्भर करता है।
क्या तीसरी लहर को आने से रोका जा सकता है?
डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते केसों के बीच देश में कोरोना की तीसरी लहर आशंका बढ़ती जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे टाला भी जा सकता है। जिन देशों में 20 फीसदी से अधिक आबादी का टीकाकरण हो चुका है, वहां तीसरी लहर नहीं आई है। आईसीएमआर और इंपीरियल कॉलेज लंदन के वैज्ञानिकों की एक स्टडी में कहा गया है कि तीसरी लहर दूसरी लहर की तरह तबाही नहीं मचाएगी।